scorecardresearch
 

इस बार दोपहर में मुहूर्त ट्रेडिंग, तारीख को लेकर हैं कंफ्यूज? जानिए 20 या 21 अक्टूबर को Muhurat Trading

Muhurat Trading Date and Time: दिवाली 2025 के मौके पर बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) ने बाजार की छुट्टियों और मुहूर्त ट्रेडिंग के शेड्यूल का ऐलान कर दिया है. शेयर बाजार के लिए हर साल दिवाली पर मुहूर्त ट्रेडिंग का आयोजन किया जाता है.

Advertisement
X
मुहुर्त ट्रेडिंग की टाइमिंग. (Photo: AI Generated)
मुहुर्त ट्रेडिंग की टाइमिंग. (Photo: AI Generated)

दिवाली (Diwali) पर मुहूर्त ट्रेडिंग (Muhurat Trading) का लोग बेसब्री से इंतजार करते हैं. लेकिन कुछ लोग इस बात को लेकर कंफ्यूज हैं कि दिवाली किस दिन है और फिर मुहु्र्त ट्रेडिंग किस दिन होगी, और क्या शुभ टाइम है. दरअसल, दीपावली अमावस्या को मनाई जाती है और इस बार अमावस्या की शुरुआत 20 अक्टूबर से हो रही है. इस कारण से 20 अक्टूबर को ही दीपावली मनाई जाएगी. 

जबकि शेयर बाजार दीपावली 21 अक्टूबर को दोपहर को मनाएगा. दिवाली 2025 के मौके पर बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) ने बाजार की छुट्टियों और मुहूर्त ट्रेडिंग के शेड्यूल का ऐलान कर दिया है. शेयर बाजार के लिए हर साल दिवाली पर मुहूर्त ट्रेडिंग का आयोजन किया जाता है. इस बार मुहूर्त ट्रेडिंग का समय आम दिनों की तरह शाम में नहीं, बल्कि दोपहर 1:45 बजे से 2:45 बजे तक किया जाएगा. 

मुहुर्त ट्रेडिंग को लेकर कंफ्यूज हैं?

बीएसई के द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक अगले दिन 22 अक्टूबर बुधवार को बाजार बलिप्रतिपदा के अवसर पर बंद रहेगा. बाजार में सामान्य कारोबार 23 अक्टूबर को होगा. इससे पहले 20 अक्टूबर को पूरे दिन ट्रेडिंग होगी, जबकि इसी दिन पूरे देश में दीपावली की धूम रहेगी.

शेयर बाजार की वेबसाइट पर जारी नोटिफिकेशन के मुताबिक, 21 अक्टूबर 2025 (मंगलवार) को लक्ष्मी पूजन (दिवाली) के अवसर पर बाजार बंद रहेगा. इस दिन केवल दोपहर में 1:45 बजे से 2:45 बजे तक मुहुर्त ट्रेडिंग का आयोजन किया जाएगा. इसके अगले दिन 22 अक्टूबर (बुधवार) को बलिप्रतिपदा के मौके पर भी ट्रेडिंग नहीं होगी. इस तरह, निवेशकों को लगातार दो दिन बाजार की छुट्टी मिलेगी.

Advertisement

मुहुर्त ट्रेडिंग में इमोशनल होकर खरीदारी से बचें

मुहूर्त ट्रेडिंग भारतीय परंपरा के अनुसार नए वित्तीय वर्ष (सम्वत 2082) की शुरुआत का प्रतीक मानी जाती है. इस दौरान निवेशक अपने नए निवेशों की शुरुआत करते हैं और इसे शुभ संकेत के तौर पर देखा जाता है. हर साल की तरह इस बार भी इक्विटी, फ्यूचर, ऑप्शन, करेंसी और कमोडिटी डेरिवेटिव्स सेगमेंट में लेन-देन की अनुमति होगी.

NSE और BSE दोनों ने यह भी स्पष्ट किया है कि मुहूर्त ट्रेडिंग सत्र के दौरान किए गए सौदे सामान्य रूप से सेटल होंगे. आमतौर पर यह सत्र सांकेतिक होता है, लेकिन कई निवेशक इसे नए निवेश की शुरुआत और दीर्घकालिक पोर्टफोलियो में शुभ लाभ की उम्मीद से जोड़कर देखते हैं.

बाजार विशेषज्ञों का मानना है कि दिवाली के समय सकारात्मक भावनाएं और त्योहारी उत्साह बाजार में हल्की तेजी ला सकते हैं. हालांकि, निवेशकों को सलाह दी जाती है कि वे मुहूर्त ट्रेडिंग के दौरान भावनाओं में बहकर बड़े जोखिम न लें और अपने निवेश को सोच-समझकर करें. 

(नोट: शेयर बाजार में निवेश से पहले वित्तीय सलाहकार की मदद जरूर लें)

---- समाप्त ----
Live TV

Advertisement
Advertisement