भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर डी सुब्बाराव ने अब नये साल में भारतीय रिजर्व बैंक की ब्लैक बाक्स वाली छवि को समाप्त करने का लक्ष्य रखा है और वे चाहते हैं कि वह वैश्विक स्तर पर केंद्रीय बैंकों के लिए आदर्श मॉडल बने.
सुब्बाराव ने अपने सहकर्मियों को नये साल के संदेश में कहा है, किसी बाहर के लिए भारतीय रिजर्व बैंक ब्लैक बाक्स जैसा है. हर कोई जानता है कि वहां लोग बड़ा काम करते हैं लेकिन वे यह तय नहीं कर पाते कि उस काम का उनके जीवन से क्या लेना देना है.
रिजर्व बैंक के लिए 2013 और उसके बाद की संस्थागत प्राथमिकताओं को तय करते हुए उन्होंने कहा, यह महत्वपूर्ण है कि हम भारतीय रिजर्व बैंक की रहस्यमयी छवि समाप्त हो ताकि लोगों को हमसे जवाबदेही की मांग करते समय पर्याप्त जानकारी हो.
उन्होंने कहा, स्वायतता के लिए प्रतिदान जवाबदेही है. हमें इस तथ्य के प्रति संवेदनशील होना होगा कि हम गैर-निर्वाचित तकनीकीविद हैं जो महत्वपूर्ण सार्वजनिक नीतियां बनाते हैं. हमें अपनी नीतियों का ब्यौरा देना चाहिए और उनका बचाव करना चाहिए. जहां जरूरी हो हम लोगों से मिलने वाली सूचना से भी सीख सकते हैं. सुब्बाराव ने सितंबर 2008 में गर्वनर का कार्यभार संभाला था.
उन्होंने कहा है, रिजर्व बैंक में पूरा करियर बिताने के बावजूद हो सकता है कि आप में से अनेक (केंद्रीय बैंक की भूमिका) की महत्ता को समझे नहीं हों. लेकिन मैं समझता हूं क्योंकि मेरा अधिकतर करियर रिजर्व बैंक के बाहर रहा.