रिलायंस कम्युनिकेशंस (आरकॉम) और एयरसेल के विलय को आरकॉम के बोर्ड ने बुधवार को मंजूरी दे दी है. इसके साथ ही टेलिकॉम कंपनियों के बीच एक महागठबंधन का आगाज हो गया है. टेलीकॉम मार्केट एनालिस्टों के मुताबिक ग्राहकों के आधार के लिहाज से अब यह देश की तीसरी सबसे बड़ी कंपनी हो जाएगी.
जियो लॉन्चिंग के बाद टेलीकॉम की बड़ी खबर
रिलायंस इंडस्ट्रीज की ओर से रिलायंस जियो की लॉन्चिंग के बाद अनिल अंबानी के नेतृत्व वाली टेलीकॉम कंपनी आरकॉम का एयरसेल से विलय की बड़ी चर्चा शुरू हो गई है. अगस्त महीने में ही दोनों कंपनियों (आरकॉम- एयरसेल) के बीच विलय की शर्तों के बारे में दस्तावेज को अंतिम रूप दिया जा चुका था.
दोनों कंपनी के कारोबार के विलय को लेकर पक्का समझौता भी पहले तय समय सीमा के मुताबिक ही अंजाम दिया गया. तकनीकी तौर पर कारोबारी विलय को पूरा होने में चार से छह महीना का समय लग सकता है.
निजी क्षेत्र की तीसरी सबसे बड़ी टेलीकॉम कंपनी का ग्राहक आधार 19.90 करोड़ तक होगा. आंकड़ों के मुताबिक आरकॉम के 11 करोड़ ग्राहक हैं और एयरसेल के लगभग 8.9 करोड़ ग्राहक हैं.