रेटिंग एजेंसी मूडीज ने बुधवार को अपने अनुमान में कहा कि घरेलू मांग बढ़ने के कारण भारत की विकास दर 2015 में 5-6 फीसदी रहेगी. मूडीज ने एक रिपोर्ट में कहा, 'भारत की विकास दर 2015 में बेहतर रहेगी. हम 5-6 फीसदी का अनुमान जताते हैं, जो 2014 के करीब 5 फीसदी से अधिक है.'
ऐजेंसी ने कहा कि देश को घरेलू मांग में वृद्धि और निर्यात बाजार की विविधता का लाभ मिला है. निर्यात बाजार को विविध बनाने के कारण चीन की आर्थिक सुस्ती यूरोप तथा जापान की धीमी प्रगति के बावजूद भारत कम प्रभावित हुआ.
रिपोर्ट में कहा गया, 'भारत में रोजगार और खपत बढ़ सकती है और वैश्विक कमोडिटी कीमत में गिरावट से इसे महंगाई कम करने में मदद मिलेगी.' पिछले दो कारोबारी वर्षों में देश की विकास दर पांच फीसदी से कम रही है.
मूडीज ने कहा कि संपत्ति की खराब गुणवत्ता के कारण भारतीय बैंकिंग प्रणाली पर उसका असर नकारात्मक बना हुआ है. गौरतलब है कि आईसीआरए ने पिछले दिनों अपनी एक रिपोर्ट में कहा था कि 2013-14 में बैंकों के लिए समग्र गैर निष्पादित परिसंपत्तियों का अनुपात कुल ऋण का 3.9 फीसदी था, जो 2014-15 में बढ़कर 4-4.2 फीसदी हो जाएगा.
---इनपुट IANS से