क्रिएटिव इंडेक्स रिपोर्ट-2013 के अध्ययन में यह सामने आया है कि आधुनिक प्रौद्योगिकी के इस्तेमाल, प्रतिभावाओं तथा सहनशीलता के लिहाज से दिल्ली देश का सबसे रचनात्मक राज्य है.
इस अध्ययन के अनुसार इस लिहाज से नौ शीर्ष राज्यों में चंडीगढ, पंजाब, केरल, गोवा, मिजोरम, अंडमान एवं निकोबार द्वीप, पुदुचेरी व महाराष्ट्र है. दसवें स्थान पर हरियाणा व मणिपुर को संयुक्त रूप से रखा गया है.
इसमें कहा गया है कि आज की रचनात्मक अर्थव्यवस्था में सफलता के लिए बड़ी संभावना के साथ दिल्ली देश का सबसे रचनात्मक राज्य है. इस अध्ययन में आर्थिक विकास में प्रौद्योगिकी, प्रतिभा तथा सहनशीलता को मानक मानते हुए आकलन किया गया है.
मार्टिन प्रोसपर्टी इंस्टीट्यूट के अनुसंधान निदेशक केविन स्टोलारिक ने कहा, 'आर्थिक विकास में प्रौद्योगिकी, प्रतिभा तथा सहनशीलता, तीनों महत्वपूर्ण है. इनमें से एक भी कारक अपने अकेले स्तर पर सतत वृद्धि तथा संपन्नता को पर्याप्त मंदद नहीं कर सकता.
आर्थिक विकास के इन तीन पहलुओं को साथ रखकर ही क्रिएटिव इंडेक्स बनाया गया है.' उन्होंने कहा कि भारत को प्रतिभा निर्माण, प्रौद्योगिकी के समर्थन तथा सहनशीलता को बढावा देने की महत्ता को पहचानना होगा.