बड़ी कंपनियों के शेयरों में मुनाफावसूली से बंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स गुरुवार को 54 अंक टूटकर रिकार्ड स्तर से नीचे आ गया. लगातार 9 दिन की बढ़त के बाद सेंसेक्स में गिरावट आई और यह 27,085.93 अंक पर बंद हुआ. उधर अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया 13 पैसे बढ़कर एक महीने के उच्चस्तर 60.36 पर बंद हुआ.
पिछले 9 सत्रों में 825 अंक का लाभ दर्ज करने वाला बंबई शेयर बाजार का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स एक समय गिर कर 26,972.39 तक आ गया था. तेल, बैंकिंग, धातु व आईटी शेयरों में बिकवाली का दबाव था. हालांकि, बाद में सेंसेक्स में नुकसान की कुछ भरपाई हुई और अंत में यह 54.01 अंक या 0.20 फीसदी के नुकसान से 27,085.93 अंक पर बंद हुआ.
बुधवार को सेंसेक्स अपने सर्वकालिक उच्च स्तर 27,139.94 अंक पर बंद हुआ था. कारोबार के दौरान इसने दिन का उच्च स्तर 27,225.85 अंक भी छुआ था.
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 8,060.90 अंक तक नीचे जाने के बाद अंत में 18.65 अंक या 0.23 फीसदी के नुकसान से 8,095.95 अंक पर बंद हुआ. बुधवार को निफ्टी अपने सर्वकालिक उच्च स्तर 8,114.60 अंक पर बंद हुआ था. कारोबार के दौरान इसने अपना सर्वकालिक उच्च स्तर 8,141.90 अंक भी छुआ था.
रीयल्टी, धातु, पूंजीगत सामान तथा तेल एवं गैस खंड के शेयरों में बिकवाली का दबाव अधिक रहा. सेंसेक्स की कंपनियों में भेल के शेयर में सबसे ज्यादा 4.44 फीसदी की गिरावट आई. हिंडाल्को का शेयर भी 3.40 फीसदी टूट गया.
पंजाब व हरियाणा हाई कोर्ट द्वारा बुधवार को डीएलएफ को गुड़गांव में 350 एकड़ भूमि का आवंटन रद्द करने के फैसले के बाद कंपनी का शेयर 8.60 फीसदी तक टूट गया.
सेंसेक्स की कंपनियों में 19 के शेयरों में नुकसान रहा, जबकि 11 लाभ के साथ बंद हुए.