पिछले कुछ दिन से भारतीय शेयर बाजार (Stock Market) अपने ऑल टाइम हाई लेवल के आसपास कारोबार कर रहा है. लेकिन पिछले दो दिनों से मार्केट में गिरावट से जोखिम बढ़ गया है. वहीं अब ईरान और इजरायल के बीच बढ़ते जंग (Iran-Israel War) ने ग्लोबल ट्रेड को चिंता में डाल दिया है. खासकर क्रूड ऑयल पर इसका ज्यादा असर दिखाई दे रहा है. इसके अलावा, ट्रेड होने वाले अन्य प्रोडक्ट्स भी प्रभावित हो सकते हैं.
मंगलवार रात को ईरान की ओर से इजरायल पर मिसाइलें दांगने की खबर आने के बाद क्रूड ऑयल के दाम (Crude Oil Price) आज तूफानी तेजी से चढ़ गए. क्रूड ऑयल के दाम 5 प्रतिशत बढ़ गए. वेस्ट टेक्सास इंटरमीडिएट (WTI) में 5% की उछाल आई और यह 2.7% की गिरावट के बाद 71 डॉलर प्रति बैरल से ऊपर पहुंच गया. ग्लोबल बेंचमार्क ब्रेंट क्रूड 75 डॉलर प्रति बैरल से ऊपर चढ़ चुका है.
तेल की कीमतों में इसलिए उछाल देखा जा रहा है, क्योंकि ईरान ओपेक का सदस्य है और तेल क्षेत्र का एक प्रमुख प्लेयर है. अब इसके युद्ध में शामिल होने से क्रूड ऑयल आपूर्ति में व्यवधान की आशंका और बढ़ गई है. ईरान दुनिया के लगभग एक तिहाई कच्चे तेल की आपूर्ति करता है. अगर क्रूड ऑयल की सप्लाई (Crude Oil Supply) में रुकावट आती है तो दुनिया के कई देशों की इंडस्ट्री पर इसका असर दिखाई देगा. साथ ही व्यापार भी प्रभावित होंगे. वहीं व्यापार प्रभावित होने से शेयर बाजार पर भी असर पड़ सकता है.
क्यों गिर सकता है मार्केट?
ग्लोबल शेयर बाजार में गिरावट
जंग बढ़ने की आशंका के बीच इक्विटी मार्केट में भी इसका असर दिखाई दे रहा है. अमेरिकी मार्केट को देखें तो NASDAQ 1.53 फीसदी तक टूट गया है. वहीं डॉउ 0.41 फीसदी टूटा है, एसएंडपी 500 में 1.4% तक की गिरावट दर्ज की गई है. ऐप्पल, एनवीडिया और माइक्रोसॉफ्ट जैसी प्रौद्योगिकी दिग्गज कंपनियों में भी गिरावट आई है. वहीं VIX अपने एक महीने के हाई लेवल पर पहुंच गया है, जिससे बाजार में जोखिम बढ़ने का खतरा और बढ़ा है. इसके अलावा, जापाना का निक्की इंडेक्स में 2 फीसदी से ज्यादा की बड़ी गिरावट आई है.
एक्सपर्ट्स ने क्या कहा?
रिथोल्ट्ज़ वेल्थ मैनेजमेंट की मुख्य बाजार रणनीतिकार कैली कॉक्स का कहना है कि मिडिल ईस्ट में तनाव के कारण बाजार में स्पष्ट रूप से उतार-चढ़ाव है." "तेल की कीमतें बढ़ रही हैं, बॉन्ड बढ़ रहे हैं, सोना बढ़ रहा है, शेयर गिर रहे हैं। यह पारंपरिक भू-राजनीतिक प्रतिक्रिया है."
थेमिस ट्रेडिंग में इक्विटी ट्रेडिंग के सह-प्रमुख जोसेफ सालुजी का कहना है कि भू-राजनीतिक तनाव के कारण तेल की कीमतों में वृद्धि से निवेशकों को महंगाई में बढ़ोतरी के बारे में चिंता होगी." महंगाई को कंट्रोल करने के लिए देश के केंद्रीय बैंकों पर दबाव होगा और हो सकता है कि इंटरेस्ट रेट में जाफा हो, जिसका असर शेयर बाजार पर भी दिखाई दे.
कल कैसा होगा भारतीय शेयर बाजार?
अगर कल तक ऐसी ही स्थिति बनी रही और ईरान-इजरायल के बीच जंग बढ़ती है तो भारतीय शेयर बाजार में भी इसका असर दिखाई देगा. ग्लोबल मार्केट में जोखिम और निवेशकों की चिंता के कारण कल भारतीय शेयर बाजार में भी गिरावट आ सकती है. वहीं गोल्ड रेट में इजाफा हो सकता है.