मल्टी कमोडिटी मार्केट में सोने और चांदी के भाव (Gold Silver Price) में सोमवार को बड़ी गिरावट आई थी, लेकिन मंगलवार को सोने और चांदी के भाव में तेजी देखी जा रही है. MCX पर मंगलवार को चांदी की कीमतों में 17079 रुपये की तेजी आई और यह 241508 रुपये प्रति किलो पर पहुंच गई है, जबकि सोमवार को चांदी के भाव में 32000 रुपये की बड़ी गिरावट देखी गई थी.
वहीं सोना के दाम में भी सोमवार को 4000 रुपये से ज्यादा की गिरावट आई थी, लेकिन मंगलवार को इसमें भी 18000 रुपये से ज्यादा की तेजी देखी जा रही है. एक्सपर्ट का कहना है कि सोमवार को हुए तगड़े मुनाफावसूली के कारण मंगलवार को सोने-चांदी में खरीदारी बढ़ी है.
रिकॉर्ड हाई से कितना सस्ता हुआ सोना और चांदी?
MCX पर चांदी का ऑल टाइम हाई लेवल 2,54,174 रुपये प्रति किलो है और अभी ये 2,41,508 रुपये प्रति किलो पर कारोबार कर रहा है यानी अभी ये अपने रिकॉर्ड लेवल से करीब 13000 रुपये नीचे है. इसी तरह, सोने का रिकॉर्ड हाई लेवल 1,40,655 रुपये प्रति 10 ग्राम है और अभी सोने का भाव 1,36,764 रुपये प्रति 10 ग्राम है यानी सोने के भाव में 3000 रुपये की कटौती हुई है.
क्यों नहीं रुक रही चांदी की कीमतों में तेजी?
चीन 1 जनवरी से सिल्वर एक्सपोर्ट लाइसेंस नियम लागू करने जा रहा है, जिसका मतलब है कि बड़े और सरकारी मान्यता प्राप्त एक्सपोर्ट्स ही चांदी बाहर भेज पाएंगे. इससे ग्लोबल सप्लाई पर असर होगा और डिमांड बढ़ेगी. इस सेंटीमेंट के कारण चांदी के दाम में तेजी है. बता दें 60 से 70 फीसदी ग्लोबल चांदी उपलब्धता का चीन से डायरेक्ट और इनडायरेक्ट कनेक्शन है.
ईटीएफ से लेकर कमोडिटी मार्केट में से मेटल की डिमांड तेजी से बढ़ रही है. ऐसा कहा जा रहा है कि डिलीवरी के लिए फिजिकल चांदी पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध नहीं है और खरीदारी तेजी से बढ़ रही है.
डॉलर के कमजोर होने, अमेरिकी आर्थिक आंकड़ों में सुधार और ग्लोबल स्तर पर रिकॉर्ड तेजी के कारण भी सोने-चांदी की कीमतें तेजी से चढ़ रही हैं.
सोलर, ग्रीन एनर्जी से लेकर इलेक्ट्रॉनिक्स तक चांदी की डिमांड बढ़ती जा रही है. चीन जैसे देश बड़े स्तर पर चांदी की खरीदारी कर रहे हैं, जिस कारण इसके दाम कम नहीं हो रही है.
क्या नहीं होगी चांदी सस्ती?
एक्सपर्ट्स का कहना है कि सोने और चांदी की कीमते अपने रिकॉर्ड हाई के करीब कारोबार कर रहे हैं. ग्लोबल सेंटीमेंट में स्थिरता आने के बाद इसके दाम में गिरावट आ सकती है, लेकिन यह सिर्फ शॉर्ट टर्म ही होगा. लॉन्गटर्म में सिल्वर ओर गोल्ड की कीमतें ऊपर की ओर जा सकती हैं
(नोट- किसी भी धातु को खरीदने या बेचने से पहले अपने वित्तीय सलाहकार की मदद जरूर लें.aajtak.in सिर्फ जानकारी दे रहा है. इसे निवेश की सलाह न समझें.)