पटना के जगदेव पथ इलाके में वाहन चेकिंग के दौरान पुलिसकर्मियों को रौंदने वाले स्कॉर्पियो ड्राइवर को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस ने बताया कि निखिल की गाड़ी का पहले भी ओवर-स्पीडिंग के लिए चालान कट चुका है. जांच में पुलिस को ये भी पता चला कि आरोपी की कार पर बीजेपी का झंडा लगा हुआ था.
गिरफ्तार आरोपी के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि पुलिस ने बताया, 'गिरफ्तार ड्राइवर निखिल राज पटना के जगदेव पथ इलाके का निवासी है. उसके पिता कमलेश सिंह एक सरकारी अमीन हैं और वर्तमान में सीतामढ़ी में तैनात हैं. जांच में पता चला है कि निखिल ने अपनी गाड़ी पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का झंडा लगा रखा था, जिसने इस मामले को और चर्चा में ला दिया.'
ओवर स्पीडिंग का कट चुका है चालान
पुलिस के अनुसार, निखिल की गाड़ी का पहले भी ओवर-स्पीडिंग के लिए चालान कट चुका है जो उसके लापरवाह ड्राइविंग के इतिहास को उजागर करता है.
पुलिस ने बताया कि ये घटना उस वक्त हुई जब जगदेव पथ पर वाहन चेकिंग अभियान चल रहा था. स्कॉर्पियो (रजिस्ट्रेशन नंबर BH01 HY 4446) के ड्राइवर निखिल राज ने पुलिस के रुकने के संकेत को अनदेखा करते हुए बैरिकेड्स तोड़ दिए और तेजी से पुलिसकर्मियों को टक्कर मारी दी. इस में एसके पुरी थाना के एक एसआई दीपक मणि, एएसआई अवधेश कुमार और महिला कॉन्स्टेबल कोमल को गंभीर चोटें आईं. सभी को एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां बाद में महिला पुलिसकर्मी कांस्टेबल कोमल की मौत हो गई.
हालांकि, घटना के तुरंत बाद कार्रवाई करते हुए पटना पुलिस ने स्कॉर्पियो सवार दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया था और गाड़ी को जब्त कर लिया था. लेकिन घटना के बाद निखिल मौके पर फरार हो गया है. पुलिस ने इस मामले में हत्या, लापरवाही से वाहन चलाने और सरकारी काम में बाधा डालने जैसी गंभीर धाराओं में FIR दर्ज की है.
'बीजेपी से जुड़ा नहीं है निखिल'
फिलहाल, निखिल की स्कॉर्पियो कार अभी पटना के श्री कृष्णापुरी थाने में है. हादसे के वक्त गाड़ी पर बीजेपी का झंडा लगा हुआ था. पिता कमलेश सिंह के कुछ जान पहचान के लोग गाड़ी को देखने थाने में पहुंचे हैं. उनका कहना है कि निखिल बीजेपी में एक्टिव नहीं था. जो पार्टी सत्ता में रहती है, उसका लड़के अपनी गाड़ी पर झंडा लगा लेते हैं ताकि रसूख बना रहे. पिछले साल ही कमलेश सिंह ने अपने बेटे को गाड़ी खरीद कर दी थी.