प्रतापगढ़ में ड्रग माफिया पर शिकंजा... UP पुलिस के इतिहास की सबसे बड़ी कैश बरामदगी, 22 घंटे चली गिनती

प्रतापगढ़ में पुलिस ने जेल में बंद माफिया राजेश मिश्रा के ठिकाने पर छापा मारकर ₹2.01 करोड़ कैश, 6.075 किलो गांजा और 577 ग्राम स्मैक बरामद की. पुलिस ने उसकी पत्नी रीना मिश्रा समेत पांच लोगों को गिरफ्तार किया है. गिरोह जेल से नशे का कारोबार चला रहा था. फर्जी जमानत और करोड़ों की संपत्ति कुर्की का खुलासा हुआ है. कुल बरामदगी करीब ₹3 करोड़ आंकी गई है.

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पहले भी 3 करोड़ की संपत्ति हो चुकी है कुर्क.(Photo: Arvind Ojha/ITG) पहले भी 3 करोड़ की संपत्ति हो चुकी है कुर्क.(Photo: Arvind Ojha/ITG)

अरविंद ओझा

  • प्रतापगढ़,
  • 09 नवंबर 2025,
  • अपडेटेड 10:06 PM IST

उत्तर प्रदेश पुलिस ने प्रतापगढ़ जिले में ड्रग माफिया के खिलाफ अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई की है. मानिकपुर थाना पुलिस ने एक ऐसे गिरोह का भंडाफोड़ किया है, जो जेल से ही नशे का कारोबार चला रहा था. पुलिस ने इस कार्रवाई में करीब ₹2.01 करोड़ कैश, 6.075 किलो गांजा और 577 ग्राम स्मैक (हेरोइन) बरामद की. बरामद रकम की गिनती में पूरे 22 घंटे लग गए. यह पुलिस इतिहास में ड्रग केस से जुड़ी अब तक की सबसे बड़ी कैश रिकवरी बताई जा रही है.

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अतीक-अशरफ पर शिकंजा कसने वाले अफसर ने दी बड़ी कार्रवाई को अंजाम

इस बड़ी कार्रवाई का नेतृत्व पुलिस अधीक्षक दीपक भूकर ने किया, जो पहले प्रयागराज में माफिया अतीक अहमद और अशरफ के खिलाफ भी सख्त कार्रवाई कर चुके हैं. उनके निर्देशन में पुलिस टीम ने जेल में बंद तस्कर राजेश मिश्रा के ठिकाने पर छापा मारा. इस छापेमारी में गिरोह की मुखिया रीना मिश्रा, उसका बेटा विनायक मिश्रा, बेटी कोमल मिश्रा, रिश्तेदार अजीत कुमार मिश्रा और यश मिश्रा गिरफ्तार किए गए.

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जेल से चला रहा था तस्करी का नेटवर्क

जांच में खुलासा हुआ कि राजेश मिश्रा, जो पहले से जेल में बंद है, वहीं से नशे के कारोबार का संचालन कर रहा था. वह अपने परिवार के सदस्यों को फोन या मुलाकात के जरिए निर्देश देता था. पूरा नेटवर्क गांव और आसपास के इलाकों तक फैला हुआ था. पुलिस ने बताया कि गिरोह लंबे समय से गांजा और स्मैक की तस्करी में सक्रिय था और अवैध कमाई से करोड़ों की संपत्ति खड़ी कर चुका था.

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छापेमारी के वक्त छिपे मिले अभियुक्त 

पुलिस जब मानिकपुर के मुन्दीपुर गांव स्थित राजेश मिश्रा के घर पहुंची तो रीना मिश्रा ने दरवाजा अंदर से बंद कर लिया. जब टीम ने दरवाजा खोला तो पांच लोग अंदर काले पन्नियों में नशे का माल छिपाने की कोशिश कर रहे थे. तलाशी में लाखों रुपये की नकदी और नशे का सामान मिला. पुलिस का कहना है कि गिरोह इस काम में लंबे समय से लिप्त था और घर ही उनका तस्करी का ठिकाना था.

फर्जी दस्तावेजों से कराई गई थी राजेश मिश्रा की जमानत

पुलिस जांच में यह बड़ा खुलासा हुआ कि रीना मिश्रा और उसका बेटा विनायक मिश्रा ने जेल में बंद राजेश मिश्रा की फर्जी दस्तावेजों के जरिए जमानत कराई थी. उन्होंने एक व्यक्ति के नाम पर झूठे कागज अदालत में पेश किए और धोखाधड़ी कर जमानत स्वीकृत करा ली. अब इस मामले में पुलिस ने बीएनएस की धारा 319(2), 318(4), 338, 336(3), 340(2), 3(5), 61(2), 234, 235 के तहत केस दर्ज किया है.

पहले भी 3 करोड़ की संपत्ति हो चुकी है कुर्क

यह कोई पहला मामला नहीं है. इससे पहले भी राजेश और रीना मिश्रा की 3 करोड़ 6 लाख 26 हजार 895.50 रुपये की चल-अचल संपत्तियां पुलिस द्वारा कुर्क की जा चुकी हैं. उन पर पहले से ही गैंगेस्टर एक्ट और एनडीपीएस एक्ट समेत कई गंभीर मामले दर्ज हैं. वहीं, उनका बेटा विनायक मिश्रा भी एनडीपीएस एक्ट से जुड़े मामलों में पहले गिरफ्तार हो चुका है.

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मानिकपुर पुलिस की सबसे बड़ी कार्रवाई

पुलिस अधीक्षक दीपक भूकर के निर्देशन में हुई यह कार्रवाई मानिकपुर थाना स्तर पर अब तक की सबसे बड़ी ड्रग माफिया के खिलाफ कार्रवाई मानी जा रही है. पुलिस ने बताया कि यह गिरोह अंतरराज्यीय स्तर पर नशे की सप्लाई करता था और आसपास के जिलों तक उसका नेटवर्क फैला हुआ था. बरामदगी की कीमत करीब ₹3 करोड़ आंकी गई है.

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पुलिस ने दी चेतावनी – नशे के कारोबारियों पर सख्त कार्रवाई जारी रहेगी

एसपी दीपक भूकर ने बताया कि यह कार्रवाई संगठित अपराध और नशे के नेटवर्क को खत्म करने के अभियान का हिस्सा है. उन्होंने कहा कि ऐसे अपराधियों के खिलाफ आगे भी सख्त कार्रवाई की जाएगी. पुलिस तस्करी के पूरे नेटवर्क की जांच कर रही है, जल्द ही और गिरफ्तारियां संभव हैं.

बरामदगी का पूरा ब्यौरा

  • कैश: ₹2 करोड़ 1 लाख 55 हजार 345
  • गांजा: 6.075 किलो (कीमत ₹3 लाख 3 हजार 750)
  • स्मैक (हेरोइन): 577 ग्राम (कीमत ₹1 करोड़ 15 लाख 40 हजार)
  • कुल अनुमानित बरामदगी: ₹3 करोड़ से अधिक

गिरफ्तार आरोपियों की सूची

  • रीना मिश्रा (40 वर्ष) – पत्नी राजेश मिश्रा, निवासी मुन्दीपुर, थाना मानिकपुर, प्रतापगढ़
  • विनायक मिश्रा (19 वर्ष) – पुत्र राजेश मिश्रा, निवासी मुन्दीपुर
  • कोमल मिश्रा (20 वर्ष) – पुत्री राजेश मिश्रा, निवासी मुन्दीपुर
  • यश मिश्रा (19 वर्ष) – पुत्र अजीत कुमार मिश्रा, निवासी मुन्दीपुर
  • अजीत कुमार मिश्रा (32 वर्ष) – पुत्र पवन कुमार मिश्रा, निवासी मुन्दीपुर

नशे के कारोबारियों पर पुलिस की कड़ी निगरानी

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पुलिस ने कहा है कि नशे के इस नेटवर्क से जुड़े अन्य लोगों की भी तलाश जारी है. मानिकपुर पुलिस और जिला प्रशासन अब गिरोह से जुड़ी सभी संपत्तियों की जांच में जुट गए हैं. अधिकारी मानते हैं कि इस कार्रवाई से जिले में मादक पदार्थों की तस्करी करने वाले नेटवर्क की कमर टूट गई है और यह ऑपरेशन आगे भी जारी रहेगा.

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