IT में मास्टर, UAE में चला रहा था कंपनी...लेडी टीचर को 'डिजिटल अरेस्ट' करने वाला सरगना पुलिस ने छत्तीसगढ़ से दबोचा

अच्छी शिक्षा इंसान को बेहतरीन जिंदगी देती है, लेकिन इसी शिक्षा से मिली नॉलेज का उपयोग अगर गलत काम के लिए किया जाए तो यह बहुत खतरनाक हो जाता है.ऐसे ही एक शिक्षित युवक को मध्य प्रदेश की ग्वालियर पुलिस ने पकड़ा है, जिसने IT सेक्टर में कई डिग्रियां हासिल कीं, लेकिन इस शिक्षा का उपयोग कर उसने लोगों के साथ ठगी करना शुरू कर दिया. शिक्षा से मिली नॉलेज से वह युवक रातों रात करोड़पति बन गया.

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UAE के खाते में पहुंचे 10 लाख से छत्तीसगढ़ में पकड़ा गया आरोपी. UAE के खाते में पहुंचे 10 लाख से छत्तीसगढ़ में पकड़ा गया आरोपी.

हेमंत शर्मा

  • ग्वालियर ,
  • 03 अप्रैल 2024,
  • अपडेटेड 3:01 PM IST

दूसरों के पैसों से अमीर बने एक युवक को मध्य प्रदेश की ग्वालियर पुलिस ने छत्तीसगढ़ के भिलाई से गिरफ्तार किया है और पकड़े गए आरोपी पास से बड़ी संख्या में आधार कार्ड, चेक बुक, मोबाइल फोन और बैंक अकाउंट्स जब्त किए हैं. 

दरअसल, ठगी की घटना ग्वालियर की रहने वाली 72 साल की रिटायर्ड टीचर आशा भटनागर के साथ हुई थी. 14 मार्च की सुबह आशा भटनागर के मोबाइल फोन पर एक व्यक्ति ने कॉल किया. आशा ने जैसे ही फोन अटेंड किया तो सामने वाले व्यक्ति ने कहा कि उनके डॉक्यूमेंट का उपयोग करके कई सिम जारी की गई है और नंबरों से बच्चियों को अश्लील मैसेज भेजे जा रहे हैं. 

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सामने वाले शख्स ने कहा कि आपके नाम से जारी की गई सिम की मदद से अपराध किया जा रहे हैं, इसलिए आपके खिलाफ मुंबई में 24 फिर दर्ज हो चुकी हैं और आपकी कभी भी गिरफ्तारी हो सकती है. रिटायर्ड टीचर इतनी बड़ी बात सुनकर घबरा गईं और उन्होंने कहा कि ऐसी कोई गलती नहीं की है. जिसके बाद फोन पर बात करने वाले शख्स ने कहा कि इसके लिए जांच करनी होगी. 

सामने वाले व्यक्ति ने आशा भटनागर को एक ऐप डाउनलोड कराया और फिर वीडियो कॉल के माध्यम से आशा भटनागर को भयभीत करने लगा. फोन कॉल पर जुड़े व्यक्ति ने आशा भटनागर को डराते हुए कहा कि उनके खातों के पैसों की जांच की जाएगी. ईडी और सीबीआई इस पूरे मामले की जांच करेगी. मामला इतना गंभीर है कि उनके रिश्तेदारों की भी गिरफ्तारी हो सकती है. 

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आशा भटनागर बहुत ज्यादा घबरा गईं. इस पूरे झंझट से बचने के लिए वह जांच कराने के लिए तैयार हो गई. इसके बाद फोन करने वाले शख्स ने आशा भटनागर कोई इतना भयभीत कर दिया कि उन्होंने अपने खाते की फिक्स डिपॉजिट तुड़वाकर फोन करने वाले शख्स के बताए गए अकाउंट में 51 लाख रुपए ट्रांसफर कर दिए. 

फोन करने वाले ठग ने आशा भटनागर को यह हिदायत दी कि जब तक जांच पूरी नहीं हो जाती, तब तक वह किसी से कोई संपर्क न करें और न किसी को फोन लगाकर इस बारे में कुछ भी बताएं, जांच के बाद अगर वे निर्दोष हुई तो उनके पूरे पैसे वापस मिल जाएंगे. 

घबराई आशा भटनागर यह बात नहीं समझ पाईं कि वे ठगी का शिकार हो गई हैं. यह पूरा घटनाक्रम होने के बाद आशा भटनागर ने हिम्मत करके यह बात अपने बेटी बेटों को बताई, तब उन्हें इस बात का एहसास हुआ कि उनके साथ ठगी हो गई है. 

ठगी की शिकार आशा भटनागर

आशा भटनागर ने इसकी शिकायत ग्वालियर क्राइम ब्रांच में दर्ज कराई. ग्वालियर क्राइम ब्रांच ने उन खातों को ट्रैस करना शुरू कर दिया, जिसमें पैसे ट्रांसफर किए गए थे. यह खाता जम्मू कश्मीर का निकाला, जिसमें सबसे ज्यादा रकम ट्रांसफर की गई थी और जम्मू कश्मीर के इस खाते से अन्य कई खातों में यह ठगी की रकम ट्रांसफर की गई थी. यूएई के खाते में भी ठगी की रकम को ट्रांसफर किया गया था. 

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पुलिस ने यहीं से आरोपी का सुराग लगाना शुरू कर दिया. पुलिस को मालूम हुआ कि जिस यूएई के खाते में पैसा ट्रांसफर हुआ है, वह कंपनी छत्तीसगढ़ के भिलाई में रहने वाले कुणाल जायसवाल की है. फिर क्या था, पुलिस ने पूरी तैयारी के साथ भिलाई पहुंचकर कुणाल जायसवाल को हिरासत में ले लिया. 

कुणाल जायसवाल से पुलिस को कई आधार कार्ड, बैंक खाता, चेक बुक और मोबाइल फोन भी मिले हैं. कुणाल UAE में बिटकॉइन ट्रेडिंग की कंपनी चलाता है. पुलिस पूछताछ में कुणाल ने बताया कि उसने आईटी में कई डिग्रियां कर रखी हैं. पुलिस ने कुणाल को गिरफ्तार कर लिया है. 

फिलहाल पुलिस यह जानने का प्रयास कर रही है कि ठगी के पूरे खेल में कुणाल के साथ और कौन-कौन लोग शामिल हैं और इन्होंने अभी तक कितने लोगों के साथ इस तरह की ठगी की वारदात को अंजाम दिया है. 

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