'बजट का हलवा बंट रहा है', राहुल गांधी ने सदन में ऐसा क्या बोला कि वित्त मंत्री ने पकड़ लिया माथा?

राहुल गांधी ने तस्वीर का हवाला देते हुए कहा, 'मैं ये फोटो समझाना चाह रहा हूं. ये बजट का हलवा बंट रहा है. इस फोटो में मुझे कोई ओबीसी अफसर नहीं दिख रहा, कोई आदिवासी अफसर नहीं दिख रहा, कोई दलित अफसर नहीं दिख रहा. ये क्या हो रहा है. देश का हलवा बंट रहा है और इसमें 73 प्रतिशत कहीं है ही नहीं.' राहुल गांधी की इस टिप्पणी पर सामने बैठीं वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने अपना माथा पकड़ लिया.

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सदन में राहुल गांधी की टिप्पणी पर वित्त मंत्री ने पकड़ा माथा सदन में राहुल गांधी की टिप्पणी पर वित्त मंत्री ने पकड़ा माथा

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 29 जुलाई 2024,
  • अपडेटेड 11:05 PM IST

कांग्रेस सांसद और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने सोमवार को सदन में केंद्रीय बजट से पहले होने वाली 'हलवा सेरेमनी' की फोटो का हवाला देते हुए सरकार पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि 'बजट का हलवा बंट रहा है लेकिन देश को हलवा मिल ही नहीं रहा'. राहुल गांधी का भाषण सुन सामने बैठीं केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने हंसते हुए अपना माथा पकड़ लिया.

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हालांकि स्पीकर ओम बिरला ने राहुल गांधी को फोटो दिखाने की अनुमति नहीं दी. राहुल गांधी ने तस्वीर का हवाला देते हुए कहा, 'मैं ये फोटो समझाना चाह रहा हूं. ये बजट का हलवा बंट रहा है. इस फोटो में मुझे कोई ओबीसी अफसर नहीं दिख रहा, कोई आदिवासी अफसर नहीं दिख रहा, कोई दलित अफसर नहीं दिख रहा. ये क्या हो रहा है. देश का हलवा बंट रहा है और इसमें 73 प्रतिशत कहीं है ही नहीं.' राहुल गांधी की इस टिप्पणी पर सामने बैठीं वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने अपना माथा पकड़ लिया. 

'देश को हलवा मिल ही नहीं रहा'

राहुल ने आगे कहा, 'आप लोग हलवा खा रहे हो और बाकी देश को हलवा मिल ही नहीं रहा है. हमने पता लगाया है, 20 अफसरों ने बजट को तैयार किया है, उनके नाम मेरे पास हैं मतलब हिंदुस्तान को जो हलवा है वो 20 लोगों ने बांटने का काम किया है. उन 20 लोगों में 90 फीसदी में से सिर्फ दो हैं, एक अल्पसंख्यक और एक ओबीसी और इस फोटो में एक भी नहीं है. मतलब फोटो में आपने पीछे कर दिया. फोटो में आने ही नहीं दिया.' 

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'95 फीसदी लोग जाति जनगणना चाहते हैं'

उन्होंने कहा, 'मैं चाहता था कि बजट में जाति जनगणना की बात उठे. 95 फीसदी लोग जाति जनगणना चाहते हैं. दलित चाहते हैं, आदिवासी चाहते हैं, पिछड़ा वर्ग चाहता है, गरीब सामान्य वर्ग के लोग चाहते हैं, अल्पसंख्यक चाहते हैं क्योंकि सब लोगों को यह पता लगाना है कि हमारी भागीदारी कितनी है.'

राहुल ने कहा, 'मैं देख रहा हूं कि सरकार हलवा बांटती जाती है और बांटता कौन है, वही 2-3 प्रतिशत लोग और बंटता किसको है वही 2-3 प्रतिशत को... वित्त मंत्री मुस्कुरा रही हैं, कमाल की बात है. ये हंसने की बात नहीं है मैडम. जाति जनगणना से देश बदल जाएगा.'

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