PM मोदी ब्रिटेन के लिए रवाना, स्टार्मर से होगी मुलाकात, दोनों देशों के बीच फ्री-ट्रेड डील पर होंगे हस्ताक्षर

भारत-ब्रिटेन Free Trade Agreement (FTA) को अंतिम रूप देने के लिए तैयार है. इस समझौते के तहत 2030 तक द्विपक्षीय व्यापार को 120 अरब डॉलर तक ले जाने का लक्ष्य है. पीएम इस यात्रा के दौरान साझेदारी को नई ऊंचाई देंगे और किंग चार्ल्स और ब्रिटिश PM से मुलाकात करेंगे.

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पीएम मोदी और ब्रिटिश पीएम की मुलाकात में FTA पर साइन हो सकते हैं. (फाइल/Getty Images) पीएम मोदी और ब्रिटिश पीएम की मुलाकात में FTA पर साइन हो सकते हैं. (फाइल/Getty Images)

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 23 जुलाई 2025,
  • अपडेटेड 1:09 PM IST

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ब्रिटेन के एक दिवसीय दौरे के लिए रवाना हो गए हैं. उनका यह दौरा दोनों देशों के संबंधों के लिए काफी अहम साबित हो सकता है. पीएम की इस यात्रा के दौरान भारत-ब्रिटेन में फ्री ट्रेड एग्रीमेंट (FTA) पर साइन किए जाने की उम्मीद है, जिससे दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय व्यापार को एक नई ऊंचाई मिलेगी.

लंदन में मौजूद भारतीय हाई कमिश्नर विक्रम दोराईस्वामी के मुताबिक यह समझौता अपने आखिरी लीगल फेज में है, जिसमें यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि 6 मई को भारतीय-ब्रिटिश अधिकारियों के बीच हुई बातचीत के आधार पर तैयार किए गए हैं.

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फ्री ट्रेड एग्रीमेंट के जरिए भारत-ब्रिटेन की कोशिश द्विपक्षीय व्यापार को 2030 तक 120 अरब अमेरिकी डॉलर तक ले जाने की है. उम्मीद की जा रही है कि इस समझौते पर गुरुवार को प्रधानमंत्री मोदी और ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कीएर स्टार्मर की मुलाकात के दौरान आधिकारिक रूप से हस्ताक्षर हो सकते हैं.

व्यापारियों को मिलेगी स्पष्ट रूपरेखा, बढ़ेगा द्विपक्षीय व्यापार

भारतीय हाई कमिश्नर दोराईस्वामी के मुताबिक, एफटीए सिर्फ टैरिफ रिडक्शन तक सीमित नहीं है, बल्कि इसमें ट्रेड के नियम, कस्टम्स अरेंजमेंट, रूल्स ऑफ ऑरिजिन, गवर्नमेंट प्रोक्योरमेंट और सर्विस सेक्टर से जुड़े कई अहम मुद्दे शामिल हैं.

एक बार यह समझौता साइन और ब्रिटेन की संसद द्वारा रैटिफाई किए जाने के बाद, दोनों देशों के व्यापारियों को ज्यादा प्रीडिक्टिबल फ्रेमवर्क मिलेगा. इससे दोनों देशों के व्यापारियों के लिए नियम आसान और ट्रांसपेरेंट होंगे, जिससे द्विपक्षीय व्यापार बढ़ेगा.

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प्रधानमंत्री मोदी के लोकल टाइम के मुताबिक बुधवार शाम को ब्रिटेन पहुंचने की उम्मीद है, जिसके बाद गुरुवार को ब्रिटिश पीएम स्टार्मर के साथ उनकी बैठकें होंगी, जहां दोनों पक्षों के बीच सहमत एफटीए पर औपचारिक रूप से हस्ताक्षर किए जा सकते हैं.

ब्रिटेन में भारतीय समुदाय के लिए गर्व का मौका

भारतीय हाई कमिश्नर दोराईस्वामी ने प्रधानमंत्री मोदी की ब्रिटेन यात्रा को लेकर कहा कि हम चाहते थे कि पीएम मोदी का दौरा लंबा हो लेकिन पीएम ब्रिटेन में सिर्फ 24 घंटे रुकेंगे, जो यह दर्शाती है कि भारत इस साझेदारी को कितना महत्व देता है. हाई कमिश्नर ने कहा, "प्रधानमंत्री हमेशा यह मानते हैं कि पारंपरिक और महत्वपूर्ण साझेदारों के साथ संबंध मजबूत करने चाहिए. संसद सत्र के दौरान भी इतनी दूरी तय कर प्रधानमंत्री का आना इस रिश्ते को एक नई ऊंचाई देने की मंशा को दर्शाता है."

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किंग चार्ल्स से मुलाकात और आयुर्वेद पर चर्चा

पीएम मोदी की ब्रिटेन यात्रा के दौरान उनकी मुलाकात किंग चार्ल्स-III से भी तय है. 2018 में जब पीएम ब्रिटेन गए थे, तब उन्होंने तत्कालीन प्रिंस ऑफ वेल्स के साथ मिलकर एक Ayurvedic Centre of Excellence की शुरुआत की थी. दोराईस्वामी ने उम्मीद जताई कि इस बार भी दोनों नेताओं के बीच स्वास्थ्य, पर्यावरण और जीवनशैली से जुड़े मुद्दों पर चर्चा होगी.

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बिजनेस डेलीगेशन और मालदीव की यात्रा

पीएम मोदी के साथ एक बिजनेस डेलीगेशन भी इस दौरे पर है. ब्रिटेन में अपने कार्यक्रमों के बाद प्रधानमंत्री मालदीव रवाना होंगे, जहां वे 26 जुलाई को वहां की स्वतंत्रता के 60 साल पूरे होने पर आयोजित समारोह में ‘गेस्ट ऑफ ऑनर’ होंगे.

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