शिवराज सिंह चौहान के मंत्री को मोबाइल में नेटवर्क ढूंढने के लिए चढ़ना पड़ता है झूला!

मंत्री ब्रजेन्द्र सिंह यादव अपने गांव सूरेल से चार किलोमीटर दूर घने जंगलों में हवन यज्ञ करवा रहे हैं, जिसमें मंत्री बृजेंद्र सिंह यादव मुख्य यजमान के रूप में बैठे हुए हैं. 

Advertisement
मंत्री ब्रजेन्द्र सिंह यादव अपने पीए के साथ झूले पर मंत्री ब्रजेन्द्र सिंह यादव अपने पीए के साथ झूले पर

रवीश पाल सिंह

  • अशोक नगर,
  • 21 फरवरी 2021,
  • अपडेटेड 9:31 PM IST
  • शिवराज सरकार में पीएचई राज्यमंत्री हैं बृजेंद्र सिंह
  • जंगल में करवा रहे हैं हवन, जहां बने हैं यजमान
  • 9 दिन तक गांव नहीं छोड़ सकते
  • जंगल में नहीं आ रहे मोबाइल नेटवर्क

मध्य प्रदेश के अशोकनगर जिले की मुंगावली विधानसभा से विधायक और शिवराज सरकार में पीएचई राज्यमंत्री बृजेंद्र सिंह यादव आजकल 50 फीट  ऊंचे झूले पर चढ़ कर लोगों की समस्या सुलझा रहे हैं. दरअसल, मंत्री बृजेन्द्र सिंह यादव रोज दो घंटे 50 फीट ऊंचे झूले पर अपने पीए को लेकर बैठते हैं और लोगों की समस्याओं का समाधान करने के लिए अपने अफसरों को फोन लगाते हैं. 

Advertisement

झूले पर चढ़ना मंत्री बृजेन्द्र सिंह यादव की मजबूरी है, क्योंकि उनके मोबाइल में नेटवर्क तभी आता है जब वो ऊंचाई वाली जगह पर होते हैं. मंत्री ब्रजेन्द्र सिंह अपने गांव सूरेल से चार किलोमीटर दूर घने जंगलों में हवन यज्ञ करवा रहे हैं, जिसमें मंत्री बृजेंद्र सिंह यादव मुख्य यजमान के रूप में बैठे हुए हैं.  यजमान होने के चलते मंत्री नौ दिनों तक कथा स्थल नहीं छोड़ सकते. लेकिन जनता की समस्याएं नौ दिनों तक इंतजार नहीं कर सकतीं और मंत्री जहां हैं वहीं लोग समस्याएं लेकर पहुंच रहे हैं. 

लोगों की समस्याओं के निराकरण के लिए मंत्री को अपने विभाग के अफसरों से फोन पर बात करनी होती है, लेकिन मोबाइल नेटवर्क नहीं होने की वजह से मंत्री उनके पास आने वाली समस्याओं का समाधान नहीं कर पा रहे थे. समस्याओं को लेकर जो आवेदन मंत्री के पास आ रहे थे उनका ढेर बढ़ता जा रहा था. ऐसे में मंत्री ने इस समस्या का समाधान निकालते हुए कथा स्थल पर लगे मेले में झूले पर चढ़कर मोबाइल नेटवर्क ढूंढ निकाला.

Advertisement

अब मंत्री रोज हवन समाप्त करने के बाद दोपहर 12:00 से 2:00 बजे तक अपने पीए को लेकर झूले पर चढ़ जाते हैं और जैसे ही मोबाइल में नेटवर्क आता है अपने विभाग के अधिकारियों से बात कर लोगों की समस्याओं का निपटारा करने लग जाते हैं. (इनपुट-राहुल जैन)

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement