रंजन पाठक हत्या करके भेजता था अपनी CV, दिल्ली पुलिस ने एनकाउंटर में किया ढेर 

दिल्ली के रोहिणी में क्राइम ब्रांच और बिहार पुलिस के ज्वॉइंट ऑपरेशन में चार कुख्यात बदमाश एनकाउंटर में ढेर हो गए. इनमें सबसे खतरनाक रंजन पाठक था, जिसने बिहार में हत्याओं के बाद अपनी ‘क्रिमिनल CV’ मीडिया को भेजी थी. गैंग ‘सिग्मा एंड कंपनी’ नेपाल से बिहार तक सक्रिय था और चुनाव से पहले दहशत फैलाने की साजिश में लिप्त था.

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दिल्ली में बिहार के कुख्यात बदमाशों का एनकाउंटर हो गया (Photo: ITG) दिल्ली में बिहार के कुख्यात बदमाशों का एनकाउंटर हो गया (Photo: ITG)

अरविंद ओझा

  • नई दिल्ली ,
  • 23 अक्टूबर 2025,
  • अपडेटेड 11:46 AM IST

राजधानी दिल्ली के रोहिणी क्षेत्र में  एनकाउंटर में चार कुख्यात अपराधी ढेर हो गए. इनमें हर हत्या के बाद मीडिया को अपनी सीवी भेजने वाला बिहार के सीतामढ़ी का कुख्यात अपराधी रंजन पाठक भी शामिल है. उसका गैंग 'सिग्मा एंड कंपनी' के नाम से जाना जाता था, जो नेपाल से बिहार तक सक्रिय था. इस गैंग ने बिहार में दर्जनों हत्याओं और गंभीर अपराधों को अंजाम दिया. बताया जा रहा है कि बिहार चुनाव से पहले राज्य में दहशत फैलाने की योजना बना रखी थी. यही जानकारी दिल्ली पुलिस और बिहार पुलिस के ज्वॉइंट ऑपरेशन की नींव बनी.

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एनकाउंटर की पूरी कहानी

घटना करीब रात 2:20 बजे हुई. रोहिणी के बहादुर शाह मार्ग पर, डॉ. अंबेडकर चौक से पनसाली चौक तक पुलिस और चार संदिग्ध अपराधियों के बीच गोलीबारी हुई.  चारों अपराधियों को तुरंत डॉ. बीएसए अस्पताल, रोहिणी ले जाया गया, लेकिन इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई. 

एनकाउंटर में मारे गए बदमाश

- रंजन पाठक निवासी: मलगई, थाना सुरसंद, जिला सीतामढ़ी, बिहार, उम्र 25 वर्ष

बिमलेश महतो @ बिमलेश साहनी निवासी: रतनपुर, थाना बाजपट्टी, जिला सीतामढ़ी, उम्र 25 वर्ष

मनीष पाठक निवासी: मलगई, थाना सुरसंद, जिला सीतामढ़ी, उम्र 33 वर्ष

अमन ठाकुर निवासी: शेरपुर, करावल नगर, दिल्ली, उम्र 21 वर्ष

ये चारों आरोपी बिहार में दर्जनों हत्या और गंभीर आपराधिक मामलों में वांटेड थे.

रंजन पाठक भेजता था सीवी

इस एनकाउंटर के बाद विशेष रूप से चर्चा  रंजन पाठक की हो रही है. यह वही कुख्यात अपराधी है जो सीतामढ़ी और आसपास के क्षेत्रों में हत्या और लूट की कई वारदातों में शामिल रहा. जानकारी के मुताबिक, रंजन पाठक अपनी क्रिमिनल गतिविधियों की जानकारी और अपराधों की 'CV' मीडिया को भेजता था. इसके जरिए वह अपने अपराधों का डिटेल जैसे पेश करता और पुलिस तथा जनता को चुनौती देता. यही नहीं, उसका गैंग नेपाल से बिहार में सक्रिय था. पुलिस को हाल ही में एक ऑडियो कॉल मिली थी, जिसमें स्पष्ट हुआ कि रंजन पाठक और उसका गैंग बिहार चुनाव से पहले राज्य में भय और अस्थिरता फैलाने की साजिश रच रहे थे. 

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ऐसे हुआ एनकाउंटर

पुलिस ने बताया कि ऑपरेशन को बेहद सावधानी से अंजाम दिया गया. दिल्ली और बिहार पुलिस ने मिलकर सूचना इकट्ठा की और इलाके में सर्विलांस और ट्रैप रणनीति अपनाई. बहादुर शाह मार्ग और पनसाली चौक के बीच ट्रैप लगाया गया. चारों आरोपी जब पुलिस की ओर बढ़े, तो पहले चेतावनी दी गई. आरोपी ने फायरिंग शुरू की और भागने की कोशिश की. जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने गोलियां चलाई, जिससे चारों मारे गए. पुलिस अधिकारियों ने कहा कि एनकाउंटर पूरी तरह कानूनी और नियंत्रित कार्रवाई के तहत हुआ.

बिहार चुनाव और अपराधियों की साजिश

एनकाउंटर से पहले बिहार पुलिस को मिली जानकारी के अनुसार, यह गैंग चुनावी माहौल को अस्थिर करने और हत्या व धमकियों की योजना बना रहा था. गैंग नेपाल से बिहार में ऑपरेट कर रहा था. रंजन पाठक और उसके साथी चुनाव के समय हिंसा और दहशत फैलाने की योजना बना रहे थे. पुलिस अधिकारियों का कहना है कि समय रहते ऑपरेशन करके बड़ी वारदात को टाल दिया.

द्वारका में भी हुआ एनकाउंटर 

दिल्ली में हाल ही में द्वारका सेक्टर 3 में भी एक एनकाउंटर हुआ था. इसमें रितिक नामक बदमाश को पकड़ने के लिए ट्रैप लगाया गया. रितिक ने पुलिस को देखकर भागने की कोशिश की और फायरिंग की. जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने उसे पैर में गोली लगी.

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