बिहारः लॉकअप में सफाईकर्मी की तबीयत बिगड़ने से फूटा आक्रोश, थाने में तोड़-फोड़

थाने के अंदर कुर्सी और अन्य सामान आक्रोशित लोगों ने तोड़ दिया. परिजनों का आरोप है कि रोसड़ा थाने की हाजत में पुलिस ने उसकी बेरहमी से पिटाई की जिसकी वजह से उसकी हालत बिगड़ गई.

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समस्तीपुर के रोसड़ा थाने की घटना समस्तीपुर के रोसड़ा थाने की घटना

जहांगीर आलम

  • समस्तीपुर,
  • 04 नवंबर 2021,
  • अपडेटेड 8:36 AM IST
  • परिजनों का आरोप- पुलिस ने बेरहमी से पीटा
  • थाने में तोड़-फोड़ के बाद पुलिस ने किया लाठीचार्ज

समस्तीपुर जिले की रोसड़ा नगर परिषद के सफाईकर्मी कुछ दिन पहले वेतन की मांग को लेकर हड़ताल पर चले गए थे. हड़ताल के दौरान ही एक सफाईकर्मी राम सेवक राम ने रोसड़ा नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी (ईओ) को थप्पड़ जड़ दिया था. इसको लेकर ईओ ने रोसड़ा थाने में एक एफआईआर दर्ज कराई थी. रोसड़ा थाने की पुलिस ने इस मामले में आरोपी सफाई कर्मी राम सेवक राम को गिरफ्तार कर लिया था.

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रोसड़ा थाने की हाजत में बंद लेकिन अचानक रोसड़ा थाने की हाजत में बंद सफाईकर्मी की हालत ज्यादा बिगड़ गई. पुलिस ने उसे आनन-फानन में रोसड़ा अनुमंडलीय अस्पताल में भर्ती कराया जहां से डॉक्टरों ने उसे डीएमसीएच रेफर कर दिया था. दरभंगा में उसकी स्थिति चिंताजनक हो गई थी और डॉक्टरों ने उसे पीएमसीएच रेफर कर दिया था लेकिन एम्बुलेंस से गंभीर हालत में उसके परिजन और सफाईकर्मी उसे लेकर रोसड़ा थाने पहुंच गए.

आक्रोशित भीड़ ने थाने में की तोड़फोड़

सफाईकर्मी के परिजन और अन्य सहकर्मियों ने थाने में बेहतर इलाज की मांग को लेकर थाने परिसर में जमकर हंगमा किया. थाने के अंदर कुर्सी और अन्य सामान आक्रोशित लोगों ने तोड़ दिया. परिजनों का आरोप है कि रोसड़ा थाने की हाजत में पुलिस ने उसकी बेरहमी से पिटाई की जिसकी वजह से उसकी हालत बिगड़ गई.

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हालात काबू करने के लिए पुलिस को करना पड़ा लाठीचार्ज

हंगामे की सूचना पर काफी संख्या में पुलिस बल के साथ पहुंचे एसपी और एसडीओ ने लोगों को समझा-बुझाकर किसी तरह से शांत कराने की कोशिश की. जब बात करने से बात नहीं बनी तब पुलिस ने लाठीचार्ज कर भीड़ को तितर-बितर किया. एसपी मानवजीत सिंह ढिल्लो ने कहा कि वे किसी भी जांच के लिए तैयार हैं. सफाईकर्मी की गिरफ्तारी के बाद उसका मेडिकल कराया गया था. जिसमें उसके अल्कोहलिक होने की बात सामने आई थी. फिर बेहतर इलाज के लिए सदर अस्पताल समस्तीपुर भेजा गया था. जहां से डीएमसीएच रेफर कर दिया गया. बरहाल जांच के बाद पूरे मामले का खुलासा हो पाएगा.

क्या कहते हैं एसपी

समस्तीपुर के एसपी मानवजीत सिंह ढिल्लो ने बताया कि नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी मीटिंग कर रहे थे उसी दरम्यान राम सेवक राम ने सरकारी काम मे बाधा पहुंचाया और उसके बाद उन्हें थप्पड़ मार दिया. ईओ की लिखित शिकायत पर एफआईआर हुई और उसके बाद उसे हिरासत में लिया गया. हिरासत में लेने के बाद उसका मेडिकल टेस्ट कराया गया था जिसमें ये बात आई थी कि ये क्रॉनिक अल्कोहलिक है और इसका इलाज नशामुक्ति केंद्र में रख कर करवाना होगा.

थाने पहुंची भीड़

पुलिस अधीक्षक के मुताबिक तुरंत ही उसका सदर अस्पताल में इलाज करवाया गया. जहां से उसे डीएमसीएच भेज दिया गया जबकि ये लोग आरोप लगा रहे हैं कि थाने में इसकी मारपीट की गई है. हमलोग जांच कराने के लिए तैयार हैं. थाने में हर तरफ सीसीटीवी कैमरे लगे हुए हैं. न्यायिक जांच के लिए भी समझाया गया लेकिन कुछ असामाजिक तत्वों ने थाने में घुसकर तोड़फोड़ की. पुलिसकर्मियों पर हमला किया गया जिसके बाद बल प्रयोग कर भीड़ को खदेड़ा गया. कुछ असामाजिक तत्वों को पकड़ा गया. आगे कानूनी कार्रवाई की जाएगी.

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