नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) ने जेईई-मेन्स परीक्षा 2024 के परिणाम बुधवार रात जारी कर दिए गए हैं. परिणामों में कोटा के छात्रों ने कमाल कर दिखाया है. टॉप 5 छात्रों में तीन छात्र ऐसे से हैं जो कोटा में जेईई की तैयारी कर रहे थे. परीक्षा में कोटा के नीलकृष्णा ने आल इंडिया रैंक वन हासिल की है. aajtak.in से बातचीत में नीलकृष्णा ने कुछ टिप्स और अपनी स्ट्रैटजी शेयर की है.
किसान परिवार के बेटे की जेईई में पहली रैंक
कोटा में जेईई की तैयारी कर रहे नीलकृष्णा ने जेईई-मेन में आल इंडिया रैंक वन हासिल की है. किसान परिवार के बेटे नील ने इससे पहले जेईई-मेन जनवरी में 100 पर्सेन्टाइल स्कोर और परफेक्ट स्कोर 300 में से 300 अंक हासिल किए हैं. नील ने बताया कि बचपन महाराष्ट्र में वाशिन जिले के बेलखेड़ में बीता है. नीलकृष्णा के पिता किसान हैं और परिवार खेती पर निर्भर है. 10वीं के बाद नीलकृष्णा इंजीनियरिंग की तैयारी करने कोटा आए और एलन इंस्टीट्यूट में एडमिशन लिया. परिवार के सामने आर्थिक चुनौतियां भी रही हैं. नीलकृष्णा ने कहा कि पापा-मम्मी ने मेरी पढ़ाई जारी रखने के लिए अपनी कई जरूरतें पूरी नहीं की है, हमेशा मुझे मोटिवेट किया है. कई बार टेस्ट में नंबर कम आते थे तो मुझे हिम्मत देते और तैयारी करने के लिए समझाते थे.
नीलकृष्णा ने शेयर की अपनी स्ट्रैटजी
मुझे फिजिक्स में रिसर्च में जाना है, इसीलिए मैंने जेईई टारगेट किया है. सब्जेक्ट वाइज तैयारी की बात करें तो मैं फिजिक्स क्लास नोट्स को रेफरेंस की तरह लेते हुए पढ़ता हूं. फिजिकल कैमेस्ट्री को भी ऐसे ही पढ़ता हूं. इनआर्गेनिक कैमेस्ट्री को नोट्स रिव्यू करके और आर्गेनिक कैमेस्ट्री नोट्स और प्रोब्लम सॉल्व करके सीखता हूं. पढ़ाई के साथ-साथ मैं आर्चरी भी खेलता हूं. स्टेट और नेशनल टूर्नामेंट तक खेल चुका हूं. यह खेल मुझे लक्ष्य साधने के लिए एकाग्रता सीखाता है. साउथ इंडियन फिल्म देखने का शौक है, एग्जाम के बाद या सप्ताह में एक बार फिल्म देखता हूं.
इस आईआईटी से पढ़ना चाहते हैं नीलकृष्णा
मैथ्स में प्रैक्टिस ज्यादा से ज्यादा होनी चाहिए. एक स्टूडेंट को ज्यादा से ज्यादा जानने की इच्छा रखनी चाहिए और जब तक सवाल का हल समझ नहीं आ जाता तब तक पूछते रहना चाहिए. पूछने में शर्म नहीं करनी चाहिए. रोजाना 10 से 12 घंटे सेल्फ स्टडी करता हूं. अब जेईई एडवांस्ड पर पूरा फोकस है. आईआईटी मुंबई की सीएस ब्रांच से बीटेक करना चाहता हूं.
जेईई मेन्स परीक्षा में 14 लाख 76 हजार 557 ने रजिस्ट्रेशन कराया था, जिसमें से 14 लाख 15 हजार 110 विद्यार्थियों ने परीक्षा दी थी. यह संख्या जेईई-मेन के इतिहास में अब तक सबसे अधिक है. दोनों सेशन में कुल 10 लाख 67 हजार 959 कॉमन विद्यार्थियों ने परीक्षा दी है.
चेतन गुर्जर