रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन का स्पेशल विमान अब से चंद घंटे बाद भारत की सरज़मीं पर लैंड करेगा. पुतिन IL-96-3000 प्यू नाम के स्पेशल विमान से आ रहे हैं, जिसे 'हवा में उड़ता किला' कहा जाता है. इस स्पेशल विमान के सामने मिसाइलें भी फेल हो जाती हैं. पुतिन की सुरक्षा हाईटेक है.
पुतिन सिर से पैर तक ऐसे कपड़े और यंत्रों से लैस होते हैं कि खुद को सुरक्षित कर लेते हैं. वह आसमान में स्पेशल विमान और सड़क पर अपनी स्पेशल कार ओरस सेनात से चलते हैं.
पुतिन का स्पेशल एयरक्राफ्ट IL-96-3000 प्यू अभेद्य सुरक्षा से लैस है. यह अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के एयरफोर्स वन विमान से किसी भी तरह कम नहीं है. इन दोनों ही विमानों को 'उड़ता हुआ सैन्य मुख्यालय' भी कहा जाता है. पुतिन की कार ओरस सेनात, जिसे दुनिया की सबसे सुरक्षित कार का दर्जा हासिल है, वह भी उनके काफिले के साथ मॉस्को से दिल्ली पहुंच रही है.
5-लेयर सिक्योरिटी...
दिल्ली में पुतिन के लिए 5 लेयर सिक्योरिटी मुस्तैद रहेगी. उनके पास 4 लेयर सिक्योरिटी टीम होती है, जिसमें आधुनिक हथियारों से लैस बॉडीगार्ड, डमी पुतिन और भोजन के सैंपल टेस्ट करने वाले गॉर्ड शामिल हैं. दिल्ली में बाहरी लेयर की सुरक्षा एनएसजी कमांडो संभालेंगे, जबकि एसपीजी, एनएसजी, रॉ, आईबी और दिल्ली पुलिस अपनी-अपनी सुरक्षा लेयर लगाकर रखेंगी.
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सुरक्षा घेरे के पीछे ड्रोन जैमर, एआई मॉनिटरिंग और एंटी-स्नाइपर यूनिट रहेगी. पुतिन 4 दिसंबर को शाम करीब 6 बजे भारत पहुंचेंगे. 5 दिसंबर को राष्ट्रपति भवन के प्रांगण में औपचारिक स्वागत समारोह होगा. इसके बाद हैदराबाद हाउस में द्विपक्षीय वार्ता, लंच और समझौतों का ऐलान होगा. शाम को राष्ट्रपति की तरफ से राज्य भोज होगा. पुतिन का एक महल गेलेंदज़िक में काला सागर के किनारे 168 एकड़ जमीन पर स्थित है. इसमें पोल-डांसिंग हुक्का बॉउडर, कैसीनो और 'एक्वा डिस्को' जैसी सुविधाएं शामिल हैं.
रूस-भारत दोस्ती
भारत और रूस के बीच दोस्ती कई सालों से गहरी है और रणनीतिक साझेदारी लगातार मजबूत हो रही है. पुतिन ने खुद इस बात पर जोर दिया है. रूस से कुछ और S-400 मिसाइल डिफेंस सिस्टम खरीदने पर भारत की बातचीत हो सकती है. भारत और रूस के बीच दोस्ती की एक बड़ी वजह ट्रंप का टैरिफ कांड भी है.
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