Ghazipur mandi explosive case: देश के बाहर से रची गई थी दिल्ली को दहलाने की साजिश, NSG की रिपोर्ट में हुआ खुलासा

NSG ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि गाजीपुर बम प्लांट मामले में आरडीएक्स और अमोनियम नाइट्रेट टाइमर और बैटरी का इस्तेमाल किया गया था. इस विस्फोटक का कुल वजन 3 किलो था.

Advertisement
अभी तक ये पता नहीं चला है कि ये IED गाजीपुर फूल मंडी में किसने रखा था. अभी तक ये पता नहीं चला है कि ये IED गाजीपुर फूल मंडी में किसने रखा था.

तनसीम हैदर

  • नई दिल्ली,
  • 17 जनवरी 2022,
  • अपडेटेड 5:22 PM IST
  • गाजीपुर सब्जी मंडी के बाहर मिला था बैग
  • NSG ने दिल्ली पुलिस को सौंपी रिपोर्ट

गणतंत्र दिवस (Republic day) से पहले दिल्ली की गाजीपुर फूल मंडी में मिले बम (Ghazipur mandi explosive case) से राजधानी को हिलाने की कोशिश नाकाम करने के बाद सुरक्षा एजेंसियां इसकी जांच में जुटी हुई हैं. सोमवार को एनएसजी ने विस्फोटक से जुड़ी महत्वपूर्ण रिपोर्ट दिल्ली पुलिस को सौंपी है.

एनएसजी ने अपनी रिपोर्ट में कहा है की गाजीपुर बम प्लांट मामले में आरडीएक्स और अमोनियम नाइट्रेट टाइमर और बैटरी का इस्तेमाल किया गया था. इस विस्फोटक का कुल वजन 3 किलो था. सूत्रों के मुताबिक ये RDX भारत का नहीं है. यह भारत के बाहर से दिल्ली तक भेजा गया था. अगर यह बम ब्लास्ट होता तो इससे भारी जान माल की हानि हो सकती थी.

Advertisement

बता दें कि जिस दिन घटना हुई थी उसी दिन आज तक ने इस बात का खुलासा किया था कि विस्फोटक RDX और अमोनियम नाइट्रेट है कुल 3 किलो और साजिश सीमा पार से रची गई है.

14 जनवरी को मिला था IED
दरअसल, दिल्ली में 14 जनवरी को गाजीपुर सब्जी मंडी के गेट नंबर एक के बाहर एक लावारिस बैग मिला था. पुलिस की टीम को बैग में कुछ संदिग्ध लगा इसके बाद इस संदिग्ध बैग की जानकारी आला अधिकारियों और NSG को दी गई. बम निरोधक दस्ते को भी मौके पर बुलाया गया. हालांकि अभी तक इस बात की जानकारी नहीं मिल पाई है कि आखिरकार गाजीपुर फूल मंडी में IED किसने रखा था.

 

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement