बिहार के पश्चिमी चंचारण में जहरीली शराब ने मौत का तांडव मचा दिया है. जहरीली शराब पीने से अबतक 16 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 4 लोगों की आंखों की रोशनी चली गई है. पुलिस इस मामले में जांच कर रही है. बता दें कि बिहार में सरकार ने शराब का सेवन और उत्पादन प्रतिबंधित कर रखा है. लेकिन राज्य में शराब की कालाबाजारी के लगातार आरोप लगते रहे हैं.
आंखों की रोशनी गंवाने वालों में लौरिया थाना अंतर्गत देउरवा गांव निवासी 40 वर्षीय मोहम्मद इजहार हैं. इजहार का कहना है कि इसी सप्ताह की शुरुआत में उन्होंने गांव के बाहर शराब भट्टी पर शराब का सेवन किया था. जिसके बाद उनकी तबीयत काफी बिगड़ गई और फिर आंखों की रोशनी भी जाती रही.
शराब पीने के बाद अब कुछ नजर नहीं आता
मोहम्मद इजहार ने कहा, "मैंने शराब पी थी जिसके बाद मेरी तबीयत खराब हो गई और फिर मेरी आंख की रोशनी चली गई. शराब पीने से पहले मुझे सब दिखाई देता था मगर अब मुझे कुछ भी नजर नहीं आता है."
इजहार की तरह पश्चिम चंपारण के रामनगर थाना अंतर्गत मांगुराहा गांव के निवासी 50 वर्षीय सुखल मियां की भी आंखों की रोशनी अब चली गई है. उन्होंने भी गांव की शराब भट्टी पर शराब का सेवन किया था जिसके बाद उनकी उनकी आंखों की रोशनी चली गई.
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सुखल मियां ने कहा कि, "मैं गांव में मजदूरी का काम करता हूं और उस दिन शराब पीने गया था जिसके बाद मेरी तबीयत खराब हो गई और अब मुझे आंखों से कुछ भी दिखाई नहीं देता है."
दरअसल, इसी सप्ताह की शुरुआत में लौरिया थाना और रामनगर थाना अंतर्गत तकरीबन आधा दर्जन गांव में कथित रूप से अवैध शराब पीने के कारण अब तक 16 लोगों की मौत हो चुकी है और 4 लोगों की आंखों की रोशनी चली गई है.
डर के चलते लोगों ने शवों को दफनाया
पश्चिम चंपारण शराब कांड में जिन लोगों की मौत हुई उनके शव को उनके परिजनों ने आनन-फानन में या तो दफना दिया या फिर उनका अंतिम संस्कार कर दिया.
स्थानीय प्रशासन ने इसी का फायदा उठाते हुए इस पूरे मामले को दबाने की कोशिश की और यह साबित करने की कोशिश की है कि 16 लोगों की मौत संदिग्ध है और कइयों की बीमारी के कारण ही मौत हुई है.
जबकि मृतक के परिजनों ने इस बात को मान लिया है कि इस कांड में जिनकी भी मौत हुई है वह अवैध शराब के सेवन करने की वजह से हुई है.
पत्नी ने सुनाई कहानी
पश्चिम चंपारण शराब कांड में जान गंवाने वाले मोहम्मद जुल्फान की पत्नी सैफुल निशा ने बताया कि किस तरीके से शराब पीने के बाद उसके पति की हालत बिगड़ गई और फिर कुछ ही देर में उसकी मौत ही हो गई.
सैफुल निशा ने कहा, "जिस दिन मेरा पति शराब पीकर आया उसके बाद ही उसकी तबीयत खराब हो गई और फिर मौत हो गई. इस इलाके में अवैध शराब का धंधा काफी चलता है मगर कोई रोकने वाला नहीं है."
इस घटना में जिन 16 लोगों की मौत हुई है उनमें से 12 लोगों के परिवार वालों ने प्रशासन को लिखित में दिया है कि सभी की मौत शराब के सेवन करने से हुई है.
अब तक 16 लोग गिरफ्तार
पश्चिम चंपारण रेंज के डीआईजी ललन मोहन प्रसाद ने कहा "शराब कांड में अब तक 16 लोगों की गिरफ्तारी की गई है और 12 मृतक के परिवार वालों ने बताया है कि सभी की मौत शराब पीने से हुई है. पुलिस इस बिंदु पर जांच कर रही है. मुख्य आरोपी के लिए भी तलाशी अभी चल रही है.
इस पूरे मामले के तूल पकड़ने के बाद पश्चिम चंपारण प्रशासन हरकत में आया और फिर आनन-फानन में अवैध शराब का धंधा करने वाले ठग साहा समेत 16 लोगों की अब तक गिरफ्तारी की गई है.
थाना प्रभारी समेत सभी पुलिसकर्मी लाइन हाजिर
आनन-फानन में पुलिस मुख्यालय ने इस मामले में एक्शन लिया है और लौरिया थाना प्रभारी समेत सभी पुलिसकर्मियों को लाइन हाजिर कर दिया है.
तेलपुर पंचायत के पूर्व मुखिया मोहम्मद जावेद ने आरोप लगाया है कि लौरिया थाना और रामनगर थाना अंतर्गत आने वाले कई गांव में अवैध शराब का धंधा फल-फूल रहा है और इसमें पुलिस और प्रशासन की शराब माफिया के साथ सांठगांठ है.
उन्होंने कहा कि बिना पुलिस के मिलीभगत के शराब माफिया आखिर कैसे इलाके में सक्रिय है? काफी वक्त से इस इलाके में अवैध शराब का कारोबार चल रहा है और इसके बारे में पुलिस को जानकारी भी दी गई मगर इसके बावजूद भी पुलिस की तरफ से कोई कार्रवाई नहीं हुई.
रोहित कुमार सिंह