व्हाइट हाउस में हुई दूसरे दौर की बैठक में युद्ध विराम को लेकर कोई समाधान नहीं निकल पाया. राष्ट्रपति पुतिन की शर्तें साफ हैं कि यूक्रेन नाटो का हिस्सा नहीं बन सकता, विदेशी ताकतें और मिसाइलें रूस के बॉर्डर पर तैनात नहीं हो सकतीं, और जो इलाका रूस के पास है, वह उसे नहीं छोड़ेगा. यूक्रेन और यूरोप के नेता नेटो के आर्टिकल फाइव जैसी सुरक्षा गारंटी चाहते हैं.