ब्रिटेन के पूर्व प्रधानमंत्री ऋषि सुनक को एक शख्स ने जान से मारने की धमकी थी. आरोपी ने उन्हें धमकी भरा ईमेल भेजा था. अब 21 वर्षीय शख्स को जेल भेजा दिया गया. लियाम शॉ नाम के इस शख्स ने पिछले साल जून में ये ईमेल भेजे थे. लियाम ने अपने अपराध को स्वीकार कर लिया है. उसे 14 हफ्ते की जेल और दो साल के लिए रिस्ट्रेनिंग ऑर्डर की सजा सुनाई गई है.
उत्तर-पश्चिम इंग्लैंड के मर्सीसाइड के बिर्केनहेड के रहने वाले लियाम शॉ ने ऋषि सुनक के सार्वजनिक संसदीय ईमेल पर दो धमकी भरे और आपत्तिजनक ईमेल भेजे थे.
क्राउन प्रॉसिक्यूशन सर्विस (CPS) के मुताबिक, इन ईमेल को सुनक के पर्सनल असिस्टेंट ने देखा और पुलिस को जानकारी दी. सीपीएस के सीनियर अभियोजक मैथ्यू डिक्सन ने कहा कि नस्लीय दुर्व्यवहार का आज के वक्त में कोई जगह नहीं है.
मामले की जांच के बाद हुई गिरफ्तारी...
पुलिस ने मोबाइल फोन से भेजे गए इन ईमेल का पता लगाया और लियाम शॉ को 3 सितंबर, 2024 को गिरफ्तार कर लिया. गिरफ्तारी के बाद उसने दावा किया कि उसे ईमेल भेजने की बात याद नहीं है और वह शायद नशे में था. बाद में, उसे लिवरपूल के एक पुलिस स्टेशन ले जाया गया, जहां उसने कोई बयान नहीं दिया. उस पर सार्वजनिक संचार नेटवर्क के जरिए आपत्तिजनक और धमकी भरे संदेश भेजने के दो आरोप लगाए गए.
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कोर्ट में पहुंचा मामला...
पिछले महीने, जब शॉ लिवरपूल मजिस्ट्रेट कोर्ट में पेश हुआ, तो उसने दोनों आरोपों को स्वीकार कर लिया. इसके बाद, अदालत ने उसे 14 हफ्ते की जेल की सजा सुनाई, जिसे कुछ शर्तों के साथ 12 महीने के लिए निलंबित कर दिया गया. उसे 20 दिन की पुनर्वास गतिविधि और छह महीने का नशा मुक्ति कोर्स भी पूरा करना होगा. कोर्ट ने उस पर दो साल का रिस्ट्रेनिंग ऑर्डर भी लगाया है, जिसके तहत वह इस अवधि तक ऋषि सुनक से या उनके कार्यालय से कोई संपर्क नहीं रख सकता है.