नाहिद इस्लाम की नेशनल सिटिजन पार्टी को एक और बड़ा झटका लगा है. पार्टी के जॉइंट मेंबर सेक्रेटरी आरिफ सोहेल ने वैचारिक मतभेदों का हवाला देते हुए पार्टी से इस्तीफा दे दिया है. यह इस्तीफा ऐसे समय पर आया है, जब एनसीपी ने फरवरी 2026 में होने वाले आम चुनावों के लिए इस्लामी दल जमात-ए-इस्लामी के साथ गठबंधन करने का फैसला किया है.
जमात प्रमुख शफीकुर रहमान ने रविवार को इस गठबंधन का ऐलान किया और कहा कि एनसीपी और लिबरल डेमोक्रेटिक पार्टी अब आठ दलों के मौजूदा मोर्चे में शामिल हो गए हैं, जिससे यह गठबंधन दस दलों का हो गया है.
एनसीपी में लगी इस्तीफों की झड़ी
हालांकि इस फैसले के बाद एनसीपी में भारी असंतोष सामने आया है. कई वरिष्ठ नेताओं ने पार्टी छोड़ दी है. पार्टी की जॉइंट कन्वीनर ताजनुवा जबीन ने भी जमात के साथ गठबंधन को लेकर गहरी नाराजगी जताते हुए इस्तीफा दे दिया.
इससे पहले 25 दिसंबर को जमात विरोधी धड़े के प्रमुख नेता मीर अरशदुल हक ने भी पार्टी से नाता तोड़ लिया था. बीते एक हफ्ते में एनसीपी में इस्तीफों की झड़ी लगी हुई है. कुछ रिपोर्ट्स के मुताबिक बड़ी संख्या में नेता इस गठबंधन के खिलाफ हैं, वहीं कुछ अन्य रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि सैकड़ों नेता जमात के साथ गठबंधन के समर्थन में हैं.
30 नेता खिलाफ तो 170 समर्थन में
ढाका ट्रिब्यून की एक रिपोर्ट की मानें तो एनसीपी की केंद्रीय समिति के 30 नेताओं ने एक पत्र लिखकर नाहिद इस्लाम से जमात के साथ किसी भी तरह के गठबंधन का विरोध किया है. दूसरी तरफ डेली स्टार की एक रिपोर्ट बताती है कि कमेटी के करीब 170 से ज्यादा नेताओं ने जमात के साथ इस गठबंधन का समर्थन किया है.