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जासूसी प्रकरण के बाद भारत ने PAK उच्चायोग से कहा- 50 फीसदी स्टाफ कम करे

विदेश मंत्रालय ने पाक अधिकारी से कहा कि पाकिस्तानी उच्चायोग से जुड़े लोग जासूसी के कामों में लगे हुए हैं और आतंकवादी संगठनों के साथ लगातार संपर्क बनाए रखा हुआ है. उनके अधिकारी उन गतिविधियों में संलिप्त थे जो उच्चायोग में उनकी विशेषाधिकार प्राप्त स्थिति के अनुरूप नहीं है.

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जासूसी के आरोप में आबिद और ताहिर को पिछले महीने भारत छोड़ने को कहा गया था (पीटीआई)
जासूसी के आरोप में आबिद और ताहिर को पिछले महीने भारत छोड़ने को कहा गया था (पीटीआई)

  • पिछले महीने में जासूसी करते पकड़े गए थे 2 पाक अफसर
  • भारत भी अब इस्लामाबाद से अपने 50% स्टाफ कम करेगा
पिछले महीने दिल्ली में जासूसी करने के आरोप में पाकिस्तान के 2 अधिकारियों को उनके स्वदेश भेजने के बाद विदेश मंत्रालय ने पाकिस्तान से दिल्ली स्थित पाकिस्तानी उच्चायोग में 50 फीसदी स्टाफ कम करने को कहा है. इसके एवज में भारत भी पाकिस्तान स्थित भारतीय उच्चायोग से अपने 50 फीसदी स्टाफ कम करेगा.

दिल्ली में जासूसी के आरोप में पकड़े गए दो पाकिस्तानी अफसरों को पाकिस्तान भेजने के बाद विदेश मंत्रालय (MEA) ने आज मंगलवार को पाकिस्तान उच्चायोग के प्रभारियों को तलब किया और उन्हें बताया कि भारत बार-बार उनके उच्चायोग के अधिकारियों की गतिविधियों के बारे में चिंता जाहिर कर चुका है.

जासूसी करते पकड़े गए 2 पाक अफसर

विदेश मंत्रालय ने पाक अधिकारी से कहा कि पाकिस्तानी उच्चायोग से जुड़े लोग जासूसी के कामों में लगे हुए हैं और आतंकवादी संगठनों के साथ लगातार संपर्क बनाए रखा हुआ है.गौरतलब है कि पिछले महीने 31 मई को दो पाकिस्तानी अधिकारियों की गतिविधियों को रंगे हाथ पकड़ा गया था जिसके बाद उन्हें देश से निष्कासित कर दिया गया था.

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जबकि उनके अधिकारी उन गतिविधियों में संलिप्त थे जो उच्चायोग में उनकी विशेषाधिकार प्राप्त स्थिति के अनुरूप नहीं है. इस बीच पाकिस्तान समानांतर रूप से इस्लामाबाद में भारतीय उच्चायोग के अधिकारियों को उनके वैध राजनयिक कार्यों को करने से रोकने की लगातार कोशिश में लगा हुआ है.

पाक में भारतीय अफसरों के साथ बुरा सलूक

हाल ही में पाकिस्तान में दो भारतीय अधिकारियों का बंदूक की नोक पर अपहरण और उनके साथ बुरा सलूक करना, इस ओर रेखांकित करता है कि पाकिस्तान किस दिशा में चला गया है. ये अधिकारी एक दिन पहले सोमवार (22 जून) को भारत लौटे और उन्होंने पाकिस्तानी एजेंसियों के हाथों हुए बर्बर व्यवहार की पूरी जानकारी दी.

पाकिस्तान और उसके अधिकारियों का यह व्यवहार विएना कन्वेंशन और राजनयिक तथा कांसुलर अधिकारियों के साथ व्यवहार पर द्विपक्षीय समझौतों के अनुरूप नहीं है. इसके विपरीत, यह सीमापार हिंसा और आतंकवाद का समर्थन करने की एक बड़ी नीति का आंतरिक तत्व जैसा है.

इसलिए, भारत सरकार ने नई दिल्ली स्थित पाकिस्तान उच्चायोग में कर्मचारियों की संख्या 50 फीसदी तक कम करने का निर्णय लिया है. भारत पारस्परिक रूप से उसी अनुपात में इस्लामाबाद में अपनी उपस्थिति को भी कम करेगा.

यह फैसला सात दिनों में अमल में लाया जाना है. इसे लेकर भारत में पाकिस्तानी उच्चायोग के प्रभारियों को सूचित कर दिया गया है.

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पिछले महीने जासूसी के आरोप में पाकिस्तानी उच्चायोग के 2 वीजा सहायकों को हिरासत में लिया गया था. इन्हें भारतीय सुरक्षा तैयारियों सहित आंतरिक सुरक्षा से जुड़ी सूचनाओं की जासूसी करने के आरोप में हिरासत में लिया गया था. इनके ड्राइवर को भी पकड़ा गया था. उन्हें भारत से वापस पाकिस्तान भेज दिया गया. ये दोनों पाकिस्तानी अफसर पंजाब में अटारी बॉर्डर के जरिये पाकिस्तान गए थे.

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मिलिट्री इंटेलिजेंस यूनिट (MIU) को इनपुट मिले थे कि पाकिस्तान उच्चायोग में काम करने वाले आबिद और ताहिर भारतीय सेना के जवानों को निशाना बनाते हैं. खुद को इंडियन बताकर पहले उनसे दोस्ती करते, और फिर उन्हें अपने झांसे में लेने की कोशिश करते ताकि उनसे खुफिया जानकारी हासिल की जा सके.

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