चीन के विदेश मंत्री वांग यी ने अमेरिका के उस आह्वान को खारिज कर दिया है, जिसमें G7 देशों से रूस से तेल खरीदने वाले देशों पर टैरिफ लगाने की मांग की गई थी. वांग यी ने कहा कि युद्ध समस्याओं का हल नहीं है और प्रतिबंध केवल उन्हें जटिल बनाते हैं. वांग यी ने स्लोवेनियाई समकक्ष तंजा फाजोन के साथ बातचीत के दौरान ये टिप्पणी की है.
दरअसल, अमेरिकी ट्रेजरी सेक्रेटरी स्कॉट बेसेंट ने जी7 देशों के वित्त मंत्रियों से रूसी तेल खरीदने वाले देशों पर टैरिफ लगाने की अपील की थी. उन्होंने राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के इस आह्वान को दोहराया था कि अगर वे सचमुच यूक्रेन में युद्ध को खत्म करने के लिए प्रतिबद्ध हैं तो उन्हें अमेरिका के साथ मिलकर ये कदम उठाना चाहिए.
बेसेंट ने कहा कि एक एकीकृत प्रयास से ही पुतिन की युद्ध मशीन को धन मिलना बंद हो सकेगा, जिससे 'संवेदनहीन हत्या' बंद हो सकेगी.
चीन जिम्मेदार देश है: वांंग यी
वांग यी ने अमेरिका की इस मांग का खारिज कर दिया है. शनिवार को उन्होंने स्लोनेवियाई समकक्ष तंजा फाजोन के साथ वार्ता के दौरान कहा, 'चीन एक जिम्मेदार देश है और शांति एवं सुरक्षा के मुद्दों पर इसका रिकॉर्ड सबसे अच्छा है. चीन न तो युद्ध में भाग लेता है और न ही युद्ध की योजना बनाता है. चीन का काम शांति वार्ता को प्रोत्साहित करना और बातचीत के जरिए से हर मुद्दों का राजनीतिक समाधान ढूंढना है.'
सरकारी समाचार एजेंसी शिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार विदेश मंत्री ने कहा, 'युद्ध से समस्याओं का समाधान नहीं हो सकता और प्रतिबंध केवल उन्हें जटिल बनाते हैं.'
क्या बोले बेसेंट
बेसेंट के बयान में किसी देश का नाम नहीं लिया गया था, लेकिन अमेरिका ने अक्सर भारत और चीन पर रूसी तेल खरीदने का आरोप लगाया है. जबकि चीन पर इस खरीद के लिए कोई टैरिफ नहीं लगाया गया है.
अमेरिकी ट्रेजरी सेक्रेटरी ने कहा कि पुतिन की युद्ध मशीन को फंडिंग करने वाले राजस्व को सोर्स पर ही खत्म करके ही पर्याप्त आर्थिक दबाव डाला जा सकता है, ताकि इस संवेदनहीन हत्या को खत्म किया जा सके.