
ऑपरेशन सिंदूर पर भारत के खिलाफ प्रोपगैंडा वॉर में अब पाकिस्तान के साथ-साथ चीन भी शामिल हो गया है. चीन को ये भ्रम है कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पाकिस्तान ने चीन से सप्लाई हुए J-10C फाइटर जेट्स से भारत के लड़ाकू विमानों को गिरा दिया है. अब चीन J-10C पर डॉक्युमेंट्री बनाकर पूरी दुनिया में इन विमानों की फर्जी मार्केटिंग कर रहा है.
मजेदार बात यह है कि J-10C पर डॉक्युमेट्री बनाने वाले चीन में HQ-9 मिसाइल डिफेंस सिस्टम पर गहरा सन्नाटा है. चीन के रक्षा विशेषज्ञ, चीन की सरकारें चाइनीज माल HQ-9 पर एक शब्द नहीं बोल पा रही हैं. गौरतलब है कि भारत के मिसाइलों से अपनी रक्षा करने के लिए पाकिस्तान ने चीन में बने HQ-9 मिसाइल डिफेंस सिस्टम को ही अपने एयरबेस पर तैनात किया था.
लेकिन HQ-9 मिसाइल सिस्टम पूरी तरह से नाकाम रहे और भारत का एक भी मिसाइल नहीं रोक पाए. यही वजह रही कि भारत के हमले में रहीम यार खान एयरबेस, नूर खान एयर बेस, रफीकी एयर बेस समेत 11 पाकिस्तानी एयरबेस बुरी तरह तबाह हो गए. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को ही कहा था कि भारत के हमले में रहीम यार खान एयरबेस ICU में चला गया है और फिर कब से काम करेगा इसकी कोई जानकारी नहीं है.
CCTV ने J-10C पर दिखाई डॉक्युमेट्री
ऑपरेशन सिंदूर के बाद चीन की सरकारी मीडिया CCTV ने J-10C पर डॉक्युमेट्री बनाया है. इसमें इस फाइटर विमान का सफर दिखाया गया है. चीन के अखबार साउथ चाइना मार्निंग पोस्ट के अनुसार हास्यास्पद तरीके से इस डॉक्युमेट्री को बनाने का उद्देश्य युवा लोगों को देश और पार्टी को प्रेम करने के लिए प्रेरित करना है. यानी कि चीन अपने युवाओं को देश से प्यार करना सिखाने के लिए ऐसी सूचनाओं का सहारा ले रहा है जिसकी कोई सत्यता नहीं है.

पाकिस्तान ने दावा किया कि उसने भारत के कुछ लड़ाकू विमानों को मार गिराया है. पाकिस्तान ने अपने दावे के सपोर्ट में कोई भी फिजिकल सबूत नहीं दिए हैं और न ही डिजिटल फूटप्रिंट से उसने अपने इस दावे की पुष्टि की है. पाकिस्तान की सेना और वहां के विदेश मंत्री, रक्षा मंत्री ने मौखिक रूप से बस कहा है कि उन्होंने भारत के विमानों को मार गिराया है.
भारतीय सेना और रक्षा मंत्रालय ने पाकिस्तान के इन दावों की पुष्टि नहीं की है.
इंडियन एयरफोर्स ने ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पाकिस्तान के विमानों को मार गिराने की आधिकारिक बात कही थी. एयर मार्शल एके भारती ने प्रेस कॉन्फ्रेंस ने कहा था कि उनके विमान हमारी सीमा में नहीं आ सके. हमने निश्चित रूप से कई विमानों को मार गिराया, और उन्हें भी नुकसान उठाना पड़ा.
सीसीटीवी ने इस डॉक्युमेंट्री का नाम The Legend of the J-10 रखा है. चीन का दावा है कि सिंगल इंजन वाला बहुउद्देशीय लड़ाकू विमान जे-10, 2003 में चीनी वायुसेना में शामिल हुआ था. जे-10सी इस सीरीज का सबसे उन्नत संस्करण है, जो बेहतर इंजन और अधिक उन्नत सक्रिय इलेक्ट्रॉनिक स्कैन्ड रडार से सुसज्जित है.
ग्लोबल टाइम्स इस विमान को इसे "राष्ट्रीय गौरव" के रूप में प्रचारित कर रहा है और दावा करता है कि 4.5वीं पीढ़ी का यह जेट और 200-300 के रेंज में दुनिया का बेस्ट है.
दरअसल चीन की यह शेखी वैश्विक हथियार बाजार में J-10C की बिक्री बढ़ाने और ताइवान जैसे क्षेत्रों में चीन की सैन्य शक्ति प्रदर्शित करने की रणनीति का हिस्सा है. चीन ने हाल ही में मलेशिया में चल रहे Langkawi International Maritime and Aerospace Exhibition में इस विमान को प्रदर्शित किया है.
भारत के हमले में पिटे HQ-9 पर गजब की चुप्पी
लड़ाकू विमान J-10C की फर्जी डंका पीटने वाला चीन अपने मिसाइल डिफेंस सिस्टम HQ-9 पर गजब का मौन धारण किए है.
पाकिस्तान द्वारा उपयोग किए गए चीनी HQ-9 एयर डिफेंस सिस्टम्स भारत के मिसाइल हमलों के सामने बेबस रहा. HQ-9 एयर डिफेंस सिस्टम भारत का एक भी मिसाइल रोक नहीं पाया. भारत ने विशेष रूप से ब्रह्मोस और स्वदेशी हार्पी/हारोप लॉइटरिंग म्यूनिशन्स से पाकिस्तान को जवाब दिया था.
ऑपरेशन सिंदूर (7-10 मई 2025) में भारतीय वायुसेना ने 23 मिनट में पाकिस्तानी ठिकानों पर हमले किए. इस दौरान HQ-9 सिस्टम्स को जाम कर दिया गया. इन 22-23 मिनट में भारतीय मिसाइलों ने पाकिस्तानी एयरस्पेस में खूब कहर मचाया. भारत के हमले प्रत्यक्ष, धारदार और नुकसान को सीधा दिखाने वाले थे. इन हमलों की पुष्टि के लिए भारत को किसी तरह से सबूत नहीं देने पड़े. बल्कि सैटेलाइट इमेज ने पाकिस्तान के नुकसान को स्पष्ट दिखाया. भारत ने पाकिस्तान के कुछ मिसाइल डिफेंस सिस्टम को नष्ट भी कर दिया. भारत ने अपने जवाबी हमले में पाकिस्तान के 11 एयरबेस को नुकसान पहुंचाया था.
HQ-9 की विफलता ने चीन के रक्षा उद्योग की विश्वसनीयता पर सवाल उठाए हैं. भारतीय स्रोतों का कहना कि ब्रह्मोस मिसाइलों ने HQ-9 को आसानी से चकमा दिया. कई पाकिस्तानी एक्सपर्ट और पत्रकारों ने भी HQ-9 की नाकामी पर सवाल उठाए हैं.