
ऑपरेशन सिंदूर के बाद पाकिस्तान में मुसलसल खौफ का माहौल है. मुसलसल यानी की लगातार. पाकिस्तान का सैन्य नेतृत्व से लेकर राजनीतिक लीडरशिप डर के साये में जी रहा है. सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर द्वारा लीबिया दौरे के वक्त बुलेटप्रुफ जैकेट पहनने की खबरें मीडिया में लगातार रिपोर्ट की गई हैं. इसके अलावा 24 दिसंबर को आसिम मुनीर जब रावलपिंडी में सेना की 273वीं कॉर्प्स कमांडर कॉन्फ्रेंस को संबोधित कर रहे थे तब भी वह बुलेटप्रूफ ट्रांसपैरेंट ग्लास के पीछे थे.
इसके अलावा ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारत के स्ट्राइक के डर से बंकर में जाने की बात तो राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी ने खुद ही मान ली है. ये सब घटनाएं मिलकर पाकिस्तानी नेतृत्व की असुरक्षा को उजागर कर रहे हैं.
मई 2025 में भारत द्वारा शुरू किए गए इस ऑपरेशन ने पाकिस्तान की सैन्य और राजनीतिक व्यवस्था को हिला दिया है, और अब देश में लगातार भय का वातावरण बना हुआ है.
पाकिस्तान के आर्मी चीफ आसिम मुनीर हाल ही में लीबिया के दौरे पर गए थे. इस दौरान इस बात की बहुत चर्चा हुई कि पाकिस्तान ने लीबिया में स्थापित बागी सरकार को 4 अरब डॉलर के हथियार बेचने की डील की है.
लेकिन इस दौरे को लेकर को जो खास बात रही वो थी आसिम मुनीर की यूनिफॉर्म.
एक्सपर्ट का आकलन है कि इस दौरे के वक्त आसिम मुनीर ने मिलिट्री यूनिफॉर्म के नीचे बुलेटप्रुफ जैकेट पहन रखी है. आसिम मुनीर की ये तस्वीर सोशल मीडिया पर तेजी से सर्कुलेट हो रही है. इन तस्वीरों में आसिम मुनीर के सैन्य पोशाक पर आउटलाइन साफ साफ दिख रहा है. इससे पता चलता है कि आसिम मुनीर ने पोशाक के नीचे 'प्रोटेक्टिव गियर' पहन रखा है.
लीबिया दौरे पर गए आसिम मुनीर की तस्वीरों में उनकी लिबास काफी बल्की और बेतरतीब नजर आ रही है.

बता दें कि पाकिस्तान में इमरान खान की पार्टी पीटीआई के नेता लगातार कहते आ रहे हैं कि आसिम मुनीर इतना डरा हुआ है कि वो बिना बुलेटफ्रूफ जैकेट पहने बाहर नहीं निकलता है.
पीटीआई नेता मिर्जा शहजाद अकबर ने कहा है कि उस इंसान में डर और दहशत फैला हुआ है और वो हमेशा बुलेटप्रूफ पहने हुए रहता है.
पाकिस्तान के रक्षा विशेषज्ञ मोइद पीरजादा ने इस मामले में आसिम मुनीर जोरदार फटकार लगाई है.
Pakistan’s power structure is cracking from within.
Reports say Asim Munir lives in constant fear of assassination & unknown men, armed at home, shielded at meetings & wearing a bulletproof vest even abroad.#FailedMarshal is a walking target.@Theunk13 @TinyDhillon pic.twitter.com/tkZelPYUFM
— Anupama Jammwal (@AnupamaJammwal) December 27, 2025
कैसा होता है बुलेटप्रूफ वेस्ट
एडवांस बुलेटप्रूफ वेस्ट बैलिस्टिक वेस्ट एक विशेष प्रकार का बॉडी आर्मर है जो गोली, छर्रे और चाकू जैसी धारदार हथियारों से बचाव करता है. ये पारंपरिक वेस्ट से ज्यादा हल्के, लचीले और मजबूत होते हैं, जो सैन्य ऑफिसरों, पुलिस और नागरिकों के लिए डिजाइन किए जाते हैं. 2025 में इनमें नई तकनीकें जैसे नैनोटेक्नोलॉजी, ग्राफीन और स्मार्ट सेंसर्स शामिल हो रहे हैं, जिससे इनका वजन 30-40% कम हो जाता है जबकि सुरक्षा बढ़ जाती है,
आसिम मुनीर के बुलेटप्रुफ जैकेट पहनने पर समी खान नाम के एक यूजर ने लिखा है, 'ये कायर तथाकथित फील्ड मार्शल आसिम मुनीर है, वो अपने मिलिट्री सैनिकों पर भी भरोसा नहीं करता है, इसलिए वह बुलेट प्रूफ जैकेट पहने हुए रहता है. ऐसी राय कई और सोशल मीडिया यूजर्स ने दी है.
GHQ में बुलेटप्रुफ के पीछे छिपा आसिम मुनीर
विदेश में जैकेट पहनकर जाने वाले आसिम मुनीर देश में भी सुरक्षित महसूस नहीं कर पाते हैं. रिपोर्ट है कि जीएचक्यू रावलपिंडी में उलेमा सम्मेलन के दौरान उन्होंने बुलेटप्रुफ ग्लास के पीछे बैठकर भाषण दिया.
इस भाषण के वीडियो को पाकिस्तानी सेना एडिट कर जारी किया है.
Coward so called field marshal Asim Munir.
He doesn’t even trust his own military personnel, that’s why he’s always wearing a bulletproof vest.
Begging republic of Pakistan 🇵🇰 pic.twitter.com/29vspopxdA
— Sami Khan🇦🇫 (@MulakhilSAMII) December 27, 2025
अफगानिस्तान के एक यूजर ने उलेमा कॉन्फ्रेंस का एक तस्वीर जारी की है जिसमें आसिम मुनीर एक ग्लासनुमा दीवार के पीछे दिख रहे हैं.

बुरहानउद्दीन नाम के एक यूजर ने लिखा है, "पाकिस्तान के जनरल आसिम मुनीर इतने डर में जी रहे हैं कि बुलेटप्रूफ सुरक्षा के बिना आर्मी हेडक्वार्टर भी सुरक्षित महसूस नहीं करते".

इस वीडियो की सत्यता की पुष्टि ग्रोक ने भी की है.
आसिफ जरदारी का बंकर कबूलनामा
बुलेटप्रूफ जैकेट और बुलेटप्रूफ शील्ड का खौफ तो तस्वीरों में ही दिख गया है. ऑपरेशन सिंदूर के दौरान बंकर में छिपने की बात राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी ने स्वयं स्वीकार कर ली है. पाकिस्तान के राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी ने 27 दिसंबर 2025 को अपनी पत्नी बेनजीर भुट्टो की पुण्यतिथि पर एक जनसभा में बड़ा खुलासा किया था. उन्होंने बताया कि मई 2025 में भारत के ऑपरेशन सिंदूर के दौरान उनके मिलिट्री सेक्रेटरी ने उन्हें बंकर में छिपने की सलाह दी थी.
जरदारी के अनुसार, सेक्रेटरी ने कहा, “सर,जंग शुरू हो गई है, बंकर में चलें.” उन्होंने चार दिन पहले ही युद्ध की आशंका जता दी थी, लेकिन सलाह को ठुकराते हुए जवाब दिया, “अगर शहादत आनी है तो यहीं आएगी. नेता बंकर में नहीं मरते, वे मैदान-ए-जंग में मरते हैं. यह बयान पहलगाम आतंकी हमले के जवाब में भारत की सटीक सैन्य कार्रवाई के प्रभाव को बताता है, जिसने पाकिस्तानी नेतृत्व में भय पैदा कर दिया था.