तेल अवीव, इजराइल में ईरान द्वारा किए गए मिसाइल हमले में क्षतिग्रस्त हुए स्थल का निरीक्षण करते हुए बचावकर्मी. इस हमले में पूरे क्षेत्र की इमारतें पूरी तरह तहस-नहस हो गईं. अमेरिका द्वारा ईरान के परमाणु ठिकानों पर बमबारी के विरोध में ईरान ने इजराइल पर दो लहरों में मिसाइल हमले किए. हमलों के बाद चारों ओर सिर्फ मलबा, धुआं और चीख-पुकार सुनाई दी. राहत और बचाव दल अब भी मलबे में जिंदगियां तलाश रहे हैं. इस हमले ने इलाके में दहशत और तनाव की लहर और गहरी कर दी है. (AP)
तेल अवीव के रमत अवीव इलाके में ईरानी मिसाइल हमले के बाद तबाह हुए घरों के सामने खड़े इज़रायली सैनिक. हमले ने इस शांत रिहायशी बस्ती को युद्ध के मैदान में बदल दिया. जिन दीवारों के पीछे कभी बच्चों की हंसी गूंजती थी, वहां अब सिर्फ मलबा और सन्नाटा है. सैनिकों की आंखों में चौकसी के साथ एक गहरी बेचैनी भी झलक रही है, मानो वो सिर्फ देश की रक्षा नहीं, बल्कि टूटते घरों और बिखरते सपनों की निगरानी कर रहे हों. (AFP)
हमले के बाद से इलाके में हाई अलर्ट है और लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेजा जा रहा है. इस तबाही की गूंज सिर्फ ईंट-पत्थरों में नहीं, इंसानी जज़्बातों में भी दर्ज हो चुकी है. तस्वीर में मिसाइल हमलों के बाद इजराइल के रमत गन में एक क्षतिग्रस्त इमारत की टूटी खिड़कियों में प्रतिबिंबित होता इजरायली झंडा जैसे मलबे के बीच भी देशभक्ति की लौ जलाए हुए कह रहा है कि देश चोटिल ज़रूर है लेकिन झुका नहीं है. (AP)
इन तस्वीरों में सिर्फ तबाही नहीं बहादुरी भी दर्ज हो रही है. जहां हर कदम पर खतरा है, वहीं जीवन बचाने में जुटे राहतकर्मी का देखिए जो मलबे में जिंदगी की कोई हलचल टटोल रहे हैं. ये तस्वीर तेल अवीव में ईरानी मिसाइल हमलों के बाद मलबे में तब्दील हुई इमारतों और क्षतिग्रस्त इलाकों का जायजा लेते इजरायली बचावकर्मी की है. चारों ओर बिखरे ईंट-पत्थर, टूटे शीशे और धुएं की परतों के बीच राहत कार्य जारी है. (AP)
तेल अवीव में ईरानी मिसाइल हमलों के बाद बर्बादी के मंजर के बीच राहत और बचाव कार्य में जुटे इजरायली बचावकर्मी को देखिए. कैसे चारों तरफ मलबा, टूट चुकी दीवारें और खामोश हो चुके घरों की हर ढही ईंट के नीचे ज़िंदगी तलाशने की कोशिश कर रहे हैं ये लोग. तेल अवीव की टूटी सड़कों और ध्वस्त इमारतों के बीच काम करते इजरायली बचावकर्मी, मलबे से उठती धूल और सायरनों की आवाज़ के बीच, हर कोई समझ रहा है कि ये लड़ाई अब सिर्फ दो देशों की नहीं रही. (AP)
ईरान-इजरायल संघर्ष के बीच हुए मिसाइल हमलों के बाद तबाह इलाकों से लोगों को सुरक्षित निकालने की जद्दोजहद जारी है. धुएं से घिरी गलियों, मलबे में दबे मकानों और चीखते सायरनों के बीच राहतकर्मी जान हथेली पर रखकर लोगों को सुरक्षित स्थानों तक पहुंचा रहे हैं. बुज़ुर्गों को सहारा देते कंधे, रोते बच्चों को गोद में उठाए मां-बाप और आंखों में डर के साथ एक ही सवाल है कि अब कहां जाएंगे? इस तस्वीर में सिर्फ संघर्ष की विभीषिका नहीं बल्कि इंसानियत की आखिरी उम्मीदें भी दर्ज है. (Reuters)
मिसाइलों की आवाज़ थम चुकी है लेकिन ज़मीन पर अब भी हलचल बाकी है. तस्वीर में ईरानी मिसाइल हमलों के बाद इजराइल के हाइफा में अपने टूटे घरों को नज़र भर देखते लोग नजर आ रहे हैं. ये नजरें सिर्फ अंदाजा भर ही लगा पा रही हैं कि कभी जिन दीवारों ने हंसी-ठिठोली सुनी थी, आज वहीं खामोशी पसरी है और आंखों में आंसुओं की परत है. मन एकदम भावशून्य हो गया है. इन चेहरों पर नुकसान के दुख के साथ-साथ अचानक उजड़ने की एक टीस है जिसे कोई शब्द नहीं दे सकता. (AP)
ईरानी मिसाइल हमलों से तहस-नहस हुए इलाकों से बच्चों को सुरक्षित निकालते बचावकर्मी की तस्वीर देखिए. धुएं और मलबे से कैसे ये बचावकर्मी दोनों हाथों में मासूमों को उठाए हुए हैं. असल में उसने दो जिंदगियां थामी हुई है जैसे मौत के मुंह से बचाकर उन्हें फिर से जिंदगी की तरफ ले जाया जा रहा हो. इन बच्चों की आंखों में डर, confusion और थरथराते होंठ हैं. उन्हें नहीं पता कि क्या हुआ, क्यों हुआ... बस इतना जानते हैं कि कुछ टूट गया है, शायद घर, शायद भरोसा. बचावकर्मी की बाहों में लिपटे ये बच्चे मानो पूरी दुनिया से कह रहे हैं, हमें जंग नहीं चाहिए, हमें सिर्फ बचपन चाहिए.' (AP)
इस तस्वीर में बहादुरी भी है और बेबसी भी. जहां एक ओर जान बचाने की जद्दोजहद है, वहीं दूसरी ओर मासूमियत की खामोश पुकार भी दर्ज हो चुकी है. ईरान-इजरायल संघर्ष के बीच मिसाइल हमलों से तबाह हुए इलाके में बचावकर्मी की गोद में रोता हुए मासूम की ये तस्वीर भीतर तक झकझोरने वाली है. चेहरे पर गर्द, आंखों में डर और पीछे जले हुए घरों का मलबा… इस तस्वीर में वो सब कुछ है जो जंग की सबसे बड़ी कीमत बयां करता है. (Reuters)
ईरानी मिसाइल हमलों के बाद इज़राइल के हाइफ़ा शहर के रिहायशी इलाके में सुरक्षा बल और आपात प्रतिक्रिया दल मौके पर जुटे. चारों ओर मलबा और दहशत के साए में खड़े ये जवान जांच के साथ-साथ एक ऐसा संतुलन बनाए रखने की कोशिश कर रहे हैं जहां हर सांस, हर कदम जंग के अगले पड़ाव की आशंका से भरा है. इस क्षण में पूरे देश की चिंता, रणनीति और प्रतिक्रिया सिमटी है. (AFP)
ईरान-इजरायल संघर्ष के बीच मिसाइल हमलों से ध्वस्त हुई इमारतों में राहत और बचाव कार्य जारी है. इजराइल में एक बचावकर्मी मलबे के ढेर से एक डरे-सहमे डॉग को बाहर निकालता है. जरा सोचिए इंसानों के साथ-साथ बेजुबान जानवर भी इस तबाही की मार झेल रहे हैं. इस मासूम जानवर की कांपती आंखों में भी शायद वही सवाल होगा, 'मैंने क्या गलती की?' (Reuters)
तेल अवीव के रमत अवीव क्षेत्र में मिसाइल हमले के बाद तबाही के निशान साफ नजर आ रहे हैं. एक आवासीय सोसाइटी पर गिरे ईरानी मिसाइल ने पूरे स्ट्रक्चर को खंडहर में बदल दिया. अब इजरायली सुरक्षा बल मलबा हटवा रहे हैं, जहां कभी जिंदगी बसती थी वहां अब सिर्फ पत्थरों की खामोशी पसरी है. हर उठती ईंट के नीचे दबी हैं सैकड़ों यादें, टूटी छतें और चकनाचूर भरोसे... जंग ने इस मोहल्ले को सिर्फ जख्म दिए हैं, जिनका भरना अब वक्त से आगे की बात लगती है. (AFP)
ईरानी मिसाइल हमले की तीव्रता इतनी भयावह थी कि न सिर्फ दीवारें ढह गईं, बल्कि आसपास खड़े पेड़ भी जलकर राख हो गए. जहां कभी हरियाली थी, अब वहां सिर्फ धुआं और सन्नाटा है. ये मंजर बताता है कि जंग सिर्फ इंसानों को नहीं, पूरी जमीन को जला देती है. युद्ध को रोमांचक समझने वाले लोग भी इस बेआवाज़ तकलीफ को समझें जिसे शब्द तक नहीं दिए जा सकते. (AP)