नीति आयोग के सीईओ बीवीआर सुब्रमण्यम मंगलवार को लखनऊ में आयोजित आजतक के कार्यक्रम 'विकसित उत्तर प्रदेश समिट' के मंच पर थे. नीति आयोग के सीईओ ने आजतक के मंच पर बुनियादी सुविधाओं की उपलब्धता से लेकर विकसित भारत के लक्ष्य और विकसित यूपी तक, हर सवाल के जवाब दिए.
नीति आयोग के सीईओ ने कहा कि विकसित भारत बनाना है, तो यूपी को विकसित बनाना ही पड़ेगा. यूपी अगर देश होता तो पांचवां सबसे बड़ा देश होता. उन्होंने कहा कि सबकी नजरें यूपी पर रहती हैं. उन्होंने उत्तर भारतीयों, खासकर यूपी और बिहार के लोगों को नीची नजरों से देखने के सवाल पर कहा कि आंध्र प्रदेश से हूं, वहां ऐसा कुछ नहीं है. मेरे पिता खुद यूपी से पढ़े हैं. यूपी औद्योगिक केंद्र हुआ करता था, आज पीछे हो गया है ये अलग बात है.
नीति आयोग के सीईओ ने कहा कि हैदराबाद को नवाबी शहर माना जाता था, लेकिन अब ऐसा नहीं है. ये परिवर्तन इधर 20 साल में हुआ है. उन्होंने कहा कि हमारी साउथ की फिल्म इंडस्ट्री में देखिए, आधी से ज्यादा हीरोईन यूपी की होंगी. मुझे किसी ने काशी में बताया था कि ज्यादातर टूरिस्ट तमिलनाडु और आंध्र प्रदेश से आते हैं. नीति आयोग के सीईओ ने कहा कि बुनियादी मूलभूत सुविधाएं लोगों को उपलब्ध कराने का काम लगभग पूरा हो गया है.
उन्होंने कहा कि अब यहीं पर कल्पना की जरूरत है मेरे जैसे अधिकारियों को, कि अगला गोल क्या हो. नीति आयोग के सीईओ ने कहा कि अब पीएम का गोल यह है कि हायर इनकम देशों में कैसे शामिल हों, कैसे विकसित हों. उन्होंने कहा कि देश ने 30 ट्रिलियन डॉलर की इकोनॉमी बनने का लक्ष्य रखा है. इसके लिए पर कैपिटा इनकम होनी चाहिए 18 हजार डॉलर.
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नीति आयोग के सीईओ ने कहा कि विकसित भारत का लक्ष्य प्राप्त करता है, तो यूपी की जीडीपी को छह ट्रिलियन डॉलर होना ही होगा. इसके लिए यूपी में कई टीमें बनाकर काम किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि सबसे बड़ी उपलब्धि यूपी की रही है- लॉ एंड ऑर्डर. यूपी ने ये किया है. लॉ एंड ऑर्डर न हो तो कोई भी बिजनेस नहीं चलेगा. नीति आयोग के सीईओ ने कहा कि लोगों की फौज यूपी की सबसे बड़ी ताकत है. इन पर इन्वेस्ट करने की जरूरत है. देश मिट्टी नहीं, प्रजा होता है. प्रजा पर इन्वेस्ट करना जरूरी है.
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उन्होंने कहा कि यहां चावल गेहूं से हटकर प्लानिंग करना पड़ेगा. संपन्नता आएगी तो नई चीजें खाओगी. बड़ी इंडस्ट्री के लिए प्लान करना होगा. बड़ी इंडस्ट्री आएगी तो छोटी इंडस्ट्री उसके आसपास आ जाएंगी. नीति आयोग के सीईओ ने कहा कि सर्विस सेक्टर को ग्रो करने के लिए मेडिकल सिटी, टूरिज्म सिटी विकसित करनी होंगी. उन्होंने यह भी कहा कि इंडस्ट्री में महिलाओं की लेबर फोर्स बढ़ानी होगी.
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नीति आयोग के सीईओ ने कहा कि बेंगलुरु में जितना भी आईटी सेक्टर है, कोई मालिक कन्नड़ आदमी नहीं है. सब बाहर के लोग ही हैं. उन्होंने कहा कि यूपी में विकास होगा, तो यूपी के ही लोग नहीं करेंगे. लखनऊ और कानपुर में मेट्रो को लेकर सवाल पर नीति आयोग के सीईओ ने कहा कि शहरों की आबादी बढ़ेगी और इसकी जरूरत पड़ेगी. अभी नहीं सोचेंगे, तो क्या बिल्डिंग तोड़कर बनाएंगे क्या. पहले से सोच रहे हैं, ये अच्छा लगता है.
उन्होंने कहा कि खेती की जमीन एक फीसदी से भी कम यूटिलाइज होगी. आमदनी बढ़नी है, तो शहरों का विकास जरूरी है. शहर विकास का इंजन हैं. नोएडा से यूपी का उत्थान हो रहा है. ऐसे 10 नोएडा और होंगे देश में. पेटीएम के चीफ बिजनेस ऑफिसर अभय शर्मा ने कहा कि 2012 में हमारा जन्म हुआ और हमने तब से यह तय किया कि हमारा मुख्यालय यूपी में होगा. तब से यह नोएडा में ही है. गर्व से कहूंगा कि हमने यूपी से शुरुआत की और हर जगह सेवाएं दे रहे हैं.