उत्तर प्रदेश के बदायूं में सिविल लाइंस थाना इलाके में मंगलवार देर शाम को साजिद ने दो बच्चों की निर्ममता से हत्या कर दी थी. इस घटना के बाद एक एनकाउंटर में पुलिस ने साजिद को मार गिराया था. वहीं, उसका भाई जावेद मौके से फरार हो गया था. जावेद ने बरेली के सैटेलाइट थाने में सरेंडर किया था. इसके बाद पुलिस उससे पूछताछ कर रही थी. अब इस मामले में बदायूं के एसएसपी ने उससे पूछताछ के बाद घटना के दिन की जानकारी साझा की है.
एसएसपी ने बताया कि जिस दोहरे हत्याकांड की पुलिस तफ्तीश कर रही थी, उसमें जावेद से पूछताछ की गई है. उसने बताया कि वह और साजिद दोनों भाई एक साथ सैलून में काम करते थे. वो रोजाना की तरह सुबह 8 से 8.30 बजे के बीच घर से सैलून आए थे. साजिद उस दिन गुमसुम था.
साजिद बचपन से बहुत बीमार रहता था. साजिद को ठीक करने के लिए बदायूं में स्थित छोटे सरकार, बड़े सरकार की दरगाह पर पिता झोपड़ी डाल कर रहने लगे थे. शाम को साजिद की तबियत खराब हुई, तो उसने कहा मुझे खून की उल्टी से लग रही है.
भीड़ जमा होती देखकर भाग गया था जावेद
साजिद यह कहकर चला गया. थोड़ी देर बाद साजिद एक चाकू लेकर आया. इसके बाद साजिद अकेले ही सामने विनोद सिंह के घर में गया. कुछ मिनट बाद विनोद सिंह के घर में चीख-पुकार मच गई. साजिद को जब खून से सने कपड़ो में जावेद ने देखा, तो वो भीड़ इकट्ठी होती देखकर वहां से भाग गया.
विनोद सिंह के परिवार से थे अच्छे ताल्लुकात
जावेद ने कहा विनोद सिंह के घर में साजिद अकेला गया था, मैं नीचे खड़ा था. साजिद मानसिक तौर पर परेशान रहता था. कई बार वो उग्र हो जाता था. इस परिवार में साजिद का आना जाना भी था. जब छूरी लेकर आया था, तो वो हिंसक हो गया था. विनोद सिंह के परिवार से हमारे अच्छे ताल्लुकात थे.
साजिद के साथ जाने का मोटिव नहीं बताया
एसएसपी आलोक प्रियदर्शी ने बताया कि जावेद के सरेंडर के वीडियो की जांच की जा रही है. साजिद हत्या के उद्देश्य से ही घर में गया था. जावेद ने साजिद के साथ चलने का कोई मोटिव नहीं बताया है. उसने कहा कि वह बस साथ चला गया था.
जावेद का कराया जाएगा नार्को टेस्ट
जावेद ने कहा कि साजिद बात बात में गुस्सा हो जाता था. वो पीर मजार पर जाकर बैठ जाता था. वो तीन जगहों पर अक्सर अपना वक्त व्यतीत करता था. अभी हमें जांच और पूछताछ करनी है. घटना की सीन पुलिस रीक्रिएट करेगी. अगर जरूरत पड़ी तो जावेद का नार्को टेस्ट भी होगा.