Uttar Pradesh News: बरेली के राजेंद्र नगर में 27 दिसंबर को एक रेस्टोरेंट में घुसकर मारपीट और तोड़फोड़ करने के आरोप में पुलिस ने छह लोगों को गिरफ्तार किया है. इस घटना का मुख्य आरोपी ऋषभ ठाकुर फिलहाल फरार है और उसने इंस्टाग्राम पर वीडियो जारी कर अपनी सफाई पेश की है. ऋषभ ने दावा किया कि वह और उसके साथी सनातन धर्म की रक्षा के लिए कैफे पहुंचे थे. उसने पुलिस पर अपने पिता को बेवजह थाने में बैठाने और हिंदूवादी संगठनों पर साथ छोड़ देने का आरोप लगाया है. सुभाष नगर और प्रेम नगर पुलिस आरोपी की सरगर्मी से तलाश कर रही है.
वीडियो में भावुक अपील और पुलिस पर आरोप
फरार ऋषभ ठाकुर ने वीडियो में कहा कि पुलिस ने उसके छह साथियों को जेल भेज दिया है, जबकि वे धर्म की रक्षा कर रहे थे. उसने आरोप लगाया कि सुभाष नगर पुलिस ने उसके पिता को हिरासत में लिया है, जिनका इस घटना से कोई संबंध नहीं है.
हालांकि, पुलिस का कहना है कि पिता को केवल पूछताछ के लिए बुलाया गया था. ऋषभ ने यह भी शिकायत की है कि संगठन की विचारधारा के तहत काम करने के बावजूद, मुसीबत आने पर उसे अकेला छोड़ दिया गया है.
विवादों से पुराना नाता और सोशल मीडिया इतिहास
ऋषभ ठाकुर का पुराना रिकॉर्ड भी विवादों से भरा रहा है. इससे पहले वह देवबंदी उलेमा महबूब मदनी के खिलाफ आपत्तिजनक पोस्टर शौचालय में लगाने को लेकर चर्चा में आया था. सोशल मीडिया पर एक और पुराना वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें वह भीड़ के बीच एक घायल युवक के पास खड़ा नजर आ रहा है. उस मामले में कोई लिखित शिकायत न होने के कारण कार्रवाई नहीं हुई थी. वर्तमान मामले में पुलिस ऋषभ को मुख्य षड्यंत्रकारी मान रही है और उसकी गिरफ्तारी के लिए दबिश दे रही है.
6 गिरफ्तार, मुख्य आरोपी की तलाश जारी
कैफे में हुई मारपीट और तोड़फोड़ के बाद इलाके में तनाव का माहौल था, जिसे देखते हुए पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए छह आरोपियों को सलाखों के पीछे भेज दिया है. पुलिस का कहना है कि कानून हाथ में लेने वालों को बख्शा नहीं जाएगा. ऋषभ के वीडियो जारी करने के बाद अब तकनीकी सेल की मदद से उसकी लोकेशन ट्रेस की जा रही है. पुलिस अधिकारियों का स्पष्ट कहना है कि वीडियो के जरिए बेगुनाही का दावा करने वाले आरोपी को कोर्ट में ही अपना पक्ष रखना होगा.