सूबे की राजधानी लखनऊ के कोर्ट में दिन दहाड़े कुख्यात अपराधी संजीव माहेश्वरी उर्फ जीवा उर्फ डॉक्टर की हत्या कर दी गई. इस हत्या के बाद भाजपा के कद्दावर नेता स्व. ब्रह्मदत्त द्विवेदी के परिवार के लोगों ने खुशी व्यक्त की है. ब्रह्मदत्त द्विवेदी के भतीजे व हत्याकांड के वादी सुधांशु दत्त द्विवेदी ने बताया कि हत्यारे की हत्या के बाद आज न्याय मिला है.
कुख्यात अपराधी संजीव माहेश्वरी उर्फ जीवा उर्फ डॉक्टर ने 9/10 फरवरी 1997 की रात को फर्रुखाबाद के सदर विधायक व भाजपा के कद्दावर नेता व पूर्व मंत्री ब्रह्म दत्त द्विवेदी की हत्या कर दी थी. संजीव उर्फ जीवा के साथ विजय सिंह को उनकी हत्या के मामले में आजीवन कारावास की सज़ा हुई थी. विजय सिंह वर्तमान में बांदा जेल में सज़ा काट रहे हैं.
वहीं संजीव उर्फ जीवा लखनऊ की जेल में था, जिसकी बुधवार को दि दहाड़े न्यायलय के अंदर हत्या कर दी गयी. पूर्व मंत्री ब्रह्मदत्त द्विवेदी की हत्या की विवेचना सीबीआई ने की थी. जांच में संजीव माहेश्वरी उर्फ जीवा का नाम भी सामने आया था, जो इस हत्याकांड में शामिल था. 2003 में विजय सिंह व संजीव माहेश्वरी उर्फ जीवा को आजीवन कारावास की सजा मिली.
ब्रह्मदत्त द्विवेदी के भतीजे व हत्याकांड की वादी सुधांशु द्विवेदी ने बताया कि 9/10 फरवरी 1997 की रात को शहर के लोहाई रोड पर विजय सिंह व कुख्यात अपराधी संजीव माहेश्वरी उर्फ जीवा और डॉक्टर ने ब्रह्मदत्त द्विवेदी पर ताबड़तोड़ फायरिंग करते हुए उनकी हत्या की थी, जिसमें उनके सुरक्षाकर्मी बृज किशोर तिवारी की भी हत्या हुई थी.
सुधांशु द्विवेदी ने कहा कि आज इस कुख्यात अपराधी की हत्या से हमारे परिवार में व हमारे समाज में खुशी है, ऐसे कुख्यात अपराधियों को ऐसे ही सजा मिलनी चाहिए.