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400 रुपये दिहाड़ी, खाते में 1 करोड़ 70 लाख... संभल में ऑनलाइन गेमिंग घोटाले का ऐसे हुआ पर्दाफाश, हवाला के जरिए दुबई भेजा जाता था पैसा

संभल पुलिस की पूछताछ में पता चला कि यह गैंग "जंबो 365" नाम की वेबसाइट के जरिए ऑनलाइन गेमिंग का धंधा चलाता था. देशभर में इनकी 500 से ज्यादा फ्रेंचाइजी थीं, जिनसे सालाना 7 से 8 करोड़ रुपये तक की कमाई होती थी.

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संभल पुलिस की गिरफ्त में आरोपी (Photo: ITG)
संभल पुलिस की गिरफ्त में आरोपी (Photo: ITG)

उत्तर प्रदेश की संभल पुलिस की साइबर सेल और सर्विलांस टीम ने एक बड़े ऑनलाइन गेमिंग घोटाले का पर्दाफाश किया है. इस मामले में पुलिस ने नेपाल, पंजाब, हरियाणा और यूपी के रहने वाले पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया है. यह गैंग हर साल 8 करोड़ रुपये तक का मुनाफा कमा रहा था और इसका देशभर में 500 से ज्यादा फ्रेंचाइजी का नेटवर्क था. 

400 रुपये दिहाड़ी वाले मजदूर के खाते से करोड़ों का फ्रॉड

यह घटना तब सामने आई, जब चंदौसी के संभल गेट निवासी दीनदयाल के खाते में 1.70 करोड़ रुपये के लेनदेन का पता चला. दीनदयाल एक मजदूर है और रोज 300-400 रुपये डेली कमाता है. उसको इस बात की जानकारी तब हुई जब उसे कर्नाटक की एक अदालत से 91,206 रुपये के बकाया का नोटिस मिला. इसके बाद उसने बैंक में जाकर पता किया, जहां उसके खाते को फ्रीज कर दिया गया था. 

पुलिस ने ऐसे किया गैंग का पर्दाफाश

दीनदयाल की शिकायत पर एसपी कृष्ण कुमार बिश्नोई ने साइबर सेल और सर्विलांस टीम को जांच का निर्देश दिया. पुलिस ने बैंक के रिकवरी एजेंट ऋषिपाल यादव और अमित वार्ष्णेय को हिरासत में लेकर पूछताछ की. पूछताछ में इस बड़े गैंग का खुलासा हुआ. पुलिस ने नेपाल के पुष्कर सारकी, हरियाणा के इंगत कोहली और पंजाब के पवन कुमार को भी गिरफ्तार किया. इस पूरे रैकेट का संचालन दिल्ली के जय कक्कड़ और आदित्य गुप्ता कर रहे थे, जो शालीमार बाग से दिल्ली फ्रेंचाइजी का काम संभालते थे. 

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हवाला के जरिए दुबई भेजा जाता था पैसा

पुलिस पूछताछ में पता चला कि यह गैंग "जंबो 365" नाम की वेबसाइट के जरिए ऑनलाइन गेमिंग का धंधा चलाता था. देशभर में इनकी 500 से ज्यादा फ्रेंचाइजी थीं, जिनसे सालाना 7 से 8 करोड़ रुपये तक की कमाई होती थी. इकट्ठा की गई रकम को हवाला के जरिए दुबई भेजा जाता था. गैंग को लगातार नए बैंक खातों की जरूरत रहती थी क्योंकि शिकायतें मिलने पर खाते फ्रीज हो जाते थे. गिरफ्तार किए गए आरोपियों के पास से 3 लैपटॉप, 21 मोबाइल फोन, 183 चेक और कई इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस बरामद हुई हैं. 

पीड़ित का बयान 

पीड़ित मजदूर दीनदयाल का कहना है कि मुझे कर्नाटक कोर्ट से भी एक नोटिस मिला है और 91 हजार का बकाया दिखाया गया है. जबकि मेरे द्वारा आज तक किसी के साथ कोई फ्रॉड नहीं किया गया है. मैं तो 300-400 रुपये रोज कमाने वाला व्यक्ति हूं. शांति के साथ अपने बच्चे और पत्नी को पाल रहा था लेकिन पता नहीं गैंग के निशाने पर कैसे आ गया, जिसने मेरे खाते से इतना बड़ा फ्रॉड कर दिया. अब मेरे साथ क्या होगा, कुछ नहीं पता है, बस अब ठगों के खिलाफ मुकदमा लडूंगा और जीतूंगा. जब तक मुकदमा नहीं जीत जाऊंगा तब तक लड़ता रहूंगा, लेकिन सच सामने लाकर रहूंगा. 

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