
यूपी के लखीमपुर खीरी में सदर विधायक योगेंद्र वर्मा की पिटाई के मामले में बीजेपी संगठन सख्त हो गया है. योगेश वर्मा से हुई मारपीट के बाद प्रदेश संगठन महामंत्री धर्मपाल सिंह ने विधायक को मिलने बुलाया और उनसे मामले की पूरी जानकारी ली. संगठन की तरफ से पुष्पा सिंह और उनके पति अवधेश सिंह (बार काउंसिल के अध्यक्ष) पर सरकार से कड़ी कार्रवाई की मांग भी की गई है.
मालूम हो कि अवधेश सिंह ने ही सरेआम बीजेपी विधायक को थप्पड़ मारा था. वहीं, उनकी पत्नी पुष्पा सिंह ने योगेश वर्मा पर मीडिया के सामने कई गंभीर आरोप लगाए थे. मालूम हो कि पुष्पा बीजेपी से जुड़ी हुई हैं और जिले में कई महत्वपूर्ण पदों पर रही हैं.
लखीमपुर का मामला पार्टी के अंदर काफी चर्चा में है. यूपी बीजेपी संगठन के महामंत्री गोविंद नारायण शक्ल की तरफ से अवधेश सिंह और पुष्पा सिंह को अविलंब कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है और पूछा गया है कि आखिर उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई क्यों न की जाए. संगठन ने उनके और उनके साथियों के कृत्य को अनुशासनहीनता माना है.
सरकार से कड़ी कार्रवाई की मांग
लखीमपुर विधायक योगेश वर्मा की पिटाई के बाद बीजेपी संगठन ने इस मामले पर गंभीर रुख दिखाते हुए सरकार से कड़ी कार्रवाई की मांग भी की है. संगठन की तरफ से बाकायदा एक पत्र लिखा गया है. इस पत्र में अवधेश सिंह और पुष्पा सिंह व अन्य से दो दिन के अंदर जवाब मांगा गया है और कहा गया है कि संतोषजनक उत्तर ना मिलने पर सख्त एक्शन लिया जाएगा.

मामले में अवधेश सिंह और पुष्पा सिंह ने क्या कहा?
वहीं, अर्बन कोऑपरेटिव बैंक के चुनाव के दौरान BJP विधायक योगेश वर्मा को सरेआम थप्पड़ जड़ने वाले बार काउंसिल के अध्यक्ष अवधेश सिंह ने बीते दिन मीडिया के सामने कहा कि 'आपको लगता है कि विधायक को कोई मार सकता है, यह काम तो उनका है, रोज मारपीट करना, खुराफात करना, लोगों की बेइज्जती करना. भला उनके साथ कौन मारपीट कर सकता है.'
अवधेश सिंह ने कहा कि मैं एक वकील हूं, कानून हाथ में नहीं लेता, यह विधायक का काम है. वो कभी पुलिस के साथ मारपीट करते हैं तो कभी पब्लिक के साथ. नशे में घूमकर उपद्रव करना उनका रोज का पेशा है, शहर भर में इसके चर्चे हैं.
जबकि, इस मामले में अवधेश सिंह की पत्नी पुष्पा सिंह ने आरोप लगाते हुए कहा कि विधायक योगेश शर्मा शराब पिए हुए थे और उन्होंने मुझे धक्का दिया. हम लोग करीब 11.30 बजे पर्चा लेने गए थे. उधर से बीजेपी विधायक योगेश वर्मा शराब पिए हुए आ रहे थे. पूरा प्रशासन देख रहा था कि वो शराब पी-पीकर गिर-गिर पड़ रहे थे. मेरे साथ ज्योति शुक्ला थीं. मैं पर्चा लेकर जैसे ही बाहर निकली, उनके साथ दो-तीन लोग थे. एक सोनू सिंह अभिषेक और दूसरा हेमू गुप्ता था. जैसे ही हम निकले तो मेरा पर्चा छीन लिया. फिर ज्योति शुक्ला को धकेल दिया.
पुष्पा सिंह ने कहा कि मैं महिला हूं. समाज की सेवा करती हूं. बीजेपी की पूर्व उपाध्यक्ष रही हूं, जिला पंचायत सदस्य रही, ब्लॉक प्रमुख रही, कोऑपरेटिव चेयरमैन रही. इस समय महिला मोर्चा की जिला प्रभारी हूं. मैं खुद आधी आबादी का प्रतिनिधित्व करती हूं. मैं पूरे नवरात्रि का व्रत हूं. अगर झूठ बोलूं तो या तो वो मर जाए या मैं मर जाऊं. जब विधायक ने मुझे धकेला तो मैंने भी धकेला. तब तक ज्योति शुक्ला ने मेरे पति को कॉल कर दिया कि बदतमीजी कर रहे हैं. मैंने भी बदतमीजी की. तब तक मेरे पति आए और फिर थोड़ी बहुत बातचीत हुई.
बीजेपी विधायक ने क्या कहा?
बीजेपी विधायक योगेश वर्मा ने कहा कि अर्बन कॉपरेटिव बैंक का चुनाव चल रहा है, बीजेपी कार्यकर्ता पर्चा लेने आए थे. इस दौरान उनके साथ अभद्रता की गई. पहले हमारे व्यापार मंडल के नेता से मारपीट हुई, फिर उनका पर्चा फाड़ दिया गया. सूचना पाकर जब मैं उनको देखने के लिए आया तो वकील अवधेश सिंह ने मेरे ऊपर भी हाथ छोड़ दिया.
बकौल योगेश वर्मा - उन्होंने (अवधेश सिंह) मेरे गिरेबान पर हाथ डाला है, इसका उनको बहुत बड़ा खामियाजा भुगतना पड़ेगा. वकील अवधेश सिंह ने जिंदगी भर दलाली की है, उसके अलावा कुछ नहीं किया.
अवधेश सिंह और योगेश वर्मा में विवाद की वजह
बताया जा रहा है कि अवधेश सिंह अपनी पत्नी पुष्पा सिंह को अर्बन कोऑपरेटिव बैंक का जिला अध्यक्ष बनने के लिए लगे हुए हैं, जबकि सदर सीट से बीजेपी विधायक योगेश वर्मा अपने लोगों को चुनाव जिताने चाहते हैं. इसी को लेकर नामांकन के दौरान दोनों में कहासुनी, देखते ही देखते कहासुनी मारपीट में बदल गई. जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल है. फिलहाल, इस मारपीट की घटना के बाद लखीमपुर खीरी जिले में होने वाला अर्बन कोऑपरेटिव बैंक का चुनाव स्थगित हो गया है.