समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बीजेपी पर गंभीर आरोप लगाए हैं. उन्होंने कहा कि बीजेपी एक राजनीतिक पार्टी नहीं, बल्कि एक गिरोह की तरह काम कर रही है. अखिलेश ने कानपुर के वकील अखिलेश दुबे के खिलाफ लगे आरोपों की सही से जांच की मांग की और कहा कि अगर सही जांच हुई तो पूरी सरकार बेनकाब हो जाएगी. इसके अलावा उन्होंने यूपी के मंत्री ओमप्रकाश पर भी तंज कसा है. राजभर के जन्मदिन पर अखिलेश ने कहा- उनका जन्मदिन है तो हम क्या करें, 100 रुपये से काम चले तो भेज दें, हम तो उनको 100 रुपये ही दे सकते हैं.
दरअसल, अखिलेश यादव ने सोमवार को बीजेपी पर जोरदार हमला बोला. उन्होंने कहा कि बीजेपी एक राजनीतिक पार्टी नहीं, बल्कि एक गिरोह की तरह काम कर रही है. वह कानपुर के वकील अखिलेश दुबे से जुड़े मामले का जिक्र कर रहे थे, जिन पर फर्जी रेप केस दर्ज कर ब्लैकमेलिंग का आरोप है. यादव ने आरोप लगाया कि इस मामले में आईपीएस अधिकारी भी शामिल हैं. उन्होंने कहा कि सरकार संविधान और कानून से नहीं, बल्कि दबाव की रणनीति से चल रही है.
अखिलेश यादव ने कहा कि कानपुर में हत्या, ब्लैकमेलिंग, फर्जी एनकाउंटर और जमीन के सौदों जैसे गंभीर मामले सामने आए हैं. उन्होंने कहा कि इन मामलों की ठीक से जांच हो जाए तो पूरी सरकार बेनकाब हो जाएगी. उन्होंने गाजीपुर और कौशांबी के हालिया मामलों का भी जिक्र किया. उन्होंने कहा कि बीजेपी के मंत्री और विधायक भी पुलिस और प्रशासन के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि बीजेपी नेता अवैध गतिविधियों को संरक्षण दे रहे हैं.
यादव ने 2027 के विधानसभा चुनाव को लेकर भी बात की. उन्होंने कहा कि अगर उनकी पार्टी सत्ता में आती है तो लखनऊ के गोमती रिवरफ्रंट पर भगवान विश्वकर्मा की एक भव्य सुनहरी प्रतिमा स्थापित की जाएगी. उन्होंने रोजगार के मुद्दे पर भी बात की. उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी नौकरी के आउटसोर्सिंग का विरोध करती है और सत्ता में आने पर आरक्षण के साथ स्थायी नौकरी सुनिश्चित करेगी.
अखिलेश ने आरोप लगाया कि बीजेपी सरकार बाढ़, आवारा पशु और स्मार्ट सिटी जैसे मुद्दों से ध्यान भटकाने के लिए विवादों को हवा दे रही है. उन्होंने कहा कि संतों के भड़काऊ बयान भी इसी का हिस्सा हैं. उन्होंने कहा कि गाजीपुर में पुलिस की लाठीचार्ज में घायल हुए एक बीजेपी कार्यकर्ता की मौत के बाद उसके परिवार पर समझौता करने का दबाव डाला गया. उन्होंने दावा किया कि उत्तर प्रदेश की जनता ने इस बार बीजेपी को राज्य से बाहर करने का मन बना लिया है.