कोई काम छोटा या बड़ा नहीं होता. मोबाइल एसेसरीज़ ब्रांड के मालिक आकाश बंसल ने इस कहावत को सच साबित करने के लिए एक दिन खुद डिलीवरी बॉय बनने की ठानी. उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर अपने अनुभव का जिक्र किया, लेकिन इस पर उन्हें ट्रोलिंग का सामना करना पड़ा.
दिल्ली के मोबाइल एसेसरीज़ ब्रांड के मालिक आकाश बंसल को सोशल मीडिया पर आलोचना झेलनी पड़ी जब उन्होंने खुद अपने ग्राहक को ऑर्डर डिलीवर करने का फैसला किया. सोमवार को X पर आकाश ने अपनी कैश-ऑन-डिलीवरी की कहानी शेयर की, जिसमें उन्होंने बताया कि उनका अनुभव कुछ खास अच्छा नहीं रहा.
टिप मिलने पर भी थे निराश
बंसल ने अपनी पोस्ट में बताया कि उनकी कंपनी को हाल ही में 3,200 रुपए का COD ऑर्डर मिला था. जब उन्होंने देखा कि डिलीवरी का पता उनके ऑफिस के पास है, तो उन्होंने खुद ही ऑर्डर देने का फैसला किया. लोकेशन ऑफिस से सिर्फ 10 मिनट की दूरी पर थी.
देखें पोस्ट
डिलीवरी के दौरान, पैकेज लेने वाली महिला ने उन्हें 3,500 रुपए कैश में दिए और कहा कि बाकी पैसे रख लें. बंसल ने बताया कि उन्होंने महिला को 500 रुपए लौटा दिए, और दोनों इस पर खुश हो गए. महिला ने कहा, आप लोग इतने तेज कैसे हैं? हमेशा से ऐसा करना चाहती थी, आज हो गया.
वायरल हुई पोस्ट पर मिली आलोचना
हालांकि, बंसल की यह पोस्ट वायरल होते ही X पर लोगों के एक तबके ने उनके रवैये को ‘क्लासिस्ट’ बताया. लोगों ने कहा कि बंसल को तब शर्म महसूस हुई जब महिला ने उन्हें डिलीवरी एजेंट समझा, जो उनके ईगो को ठेस पहुंचाता था.
एक यूजर प्रियंका लाहिरी ने तंज कसते हुए कहा, 'अगली बार आप जब डिलीवरी करने जाएं तो टी-शर्ट पर लिखवाकर जाइएगा. -'मैं कंपनी का मालिक हूं, प्लीज मुझे अच्छा फील करवाइए'. हो सकता है काम कर जाए.
इंदरपाल सिंह नामक एक अन्य यूजर ने लिखा-मुझे समझ नहीं आ रहा आपका उत्साह क्यों कम हुआ? एक असली डिलीवरी बॉय के लिए यह एक अच्छी टिप होती.
जब दीपिंदर गोयल बने डिलीवरी एजेंट
जोमैटो के सीईओ दीपिंदर गोयल भी पीक डेज़ पर खुद डिलीवरी एजेंट बनकर जमीनी हकीकत से जुड़ते हैं. पिछले साल न्यू ईयर ईव पर गोयल ने खुद चार ऑर्डर्स डिलीवर किए थे और ट्वीट किया था, अभी कुछ ऑर्डर्स खुद डिलीवर करने जा रहा हूं, एक घंटे में वापस आ जाऊंगा.