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इस IPS के साथ क्या हुआ कि लोग कह रहे- नजदीकी थाने जाइए..

Senior IPS Tweet Viral: साइबर ठगों ने चंडीगढ़ DGP प्रवीर रंजन की फोटो वाट्सएप पर डीपी लगाकर लोगों के साथ ठगी करने की कोशिश की है. इसकी जानकारी मिलते ही पुलिस महकमे में हड़कंप गया.

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Chandigarh DGP Parveer Ranjan (Pic: chandigarhtrafficpolice.gov.in)
Chandigarh DGP Parveer Ranjan (Pic: chandigarhtrafficpolice.gov.in)
स्टोरी हाइलाइट्स
  • चंडीगढ़ पुलिस के मुखिया के साथ फ्रॉड की कोशिश
  • डीजीपी का ट्वीट हुआ वायरल

चंडीगढ़ में साइबर अपराधियों का एक ऐसा कारनामा सामने आया है, जिसने सभी को हैरान कर दिया है. साइबर फ्रॉड करने वाले इतने बेखौफ हो गए हैं कि वे पुलिस विभाग के मुखिया (DGP) और सीनियर IPS के साथ भी धोखाधड़ी करने से पीछे नहीं हट रहे. खुद डीजीपी ने इसको लेकर एक ट्वीट किया है. उनके ट्वीट पर सोशल मीडिया यूजर्स ने अलग-अलग तरह की प्रतिक्रिया दी है. 

दरअसल, साइबर ठगों ने चंडीगढ़ DGP प्रवीर रंजन की फोटो वाट्सएप पर डीपी लगाकर लोगों के साथ ठगी करने की कोशिश की है. इसकी जानकारी मिलते ही पुलिस महकमे में हड़कंप गया. साइबर सेल की टीम मामले की पड़ताल में जुट गई. वहीं DGP प्रवीर रंजन ने खुद इस मामले की जानकारी ट्विटर पर साझा करते हुए लोगों को सचेत रहने की सलाह दी है. 

DGP ने एक स्क्रीनशॉट करते हुए अपने ट्वीट में लिखा- 'मैं आप सभी से अनुरोध करता हूं कि कृपया इस धोखेबाज की रिपोर्ट करें जो मेरे नाम और डीपी का उपयोग कर रहा है. Amazon गिफ्ट कार्ड मांग रहा है.' उन्होंने Cyber Crime टीम की वेबसाइट भी शेयर की है. यह जानकारी देने के साथ चंडीगढ़ DGP ने ट्विटर पर शातिरों द्वारा बनाए गए फर्जी वाट्सएप नंबर को भी शेयर किया है. 

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DGP का ट्वीट हुआ वायरल

उनके इस ट्वीट पर तमाम यूजर्स ने रिएक्ट किया है. किसी ने कहा कि नजदीकी थाने में संपर्क करिए तो किसी ने कहा कि पुलिस के मुखिया के ही फ्रॉड का शिकार हो गए. एक यूजर ने कहा- सर, आप ही पुलिस हैं. वहीं एक अन्य यूजर ने लिखा- जब पुलिस का ये हाल है तो आम आदमी का क्या होगा. 

कुछ लोगों ने यह भी कहा कि अगर एक DGP सोशल मीडिया पर जनता से ऐसे सहायता मांगेंगे तो फिर आम जनता में क्या संदेश जाएगा. यूजर का कहना था कि DGP इतने बड़े पद पर हैं, चाहें तो तत्काल संबंधित व्यक्ति पर संवैधानिक कार्यवाही कर सकते हैं. फिलहाल, कुछ लोगों ने यह भी कहा कि DGP का मकसद आम लोगों को जागरूक करने का था. 

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