AI यानी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का इस्तेमाल बड़ी संख्या में चैटबॉट बनाने के लिए किया जा रहा है. यानी कई ऐसी कंपनियां हैं, जो लोगों को AI बॉट्स की सुविधा ऑफर कर रही है. क्या हो किसी दिन आपको ऐसा कोई चैटबॉट दिख जाए, जो किसी मृत इंसान का हो.
हाल में ऐसा ही हुआ है. चौकाने वाली बात ये है कि कंपनी ने ऐसा मृतक के परिजनों की जानकारी के बिना किया है. एक पिता को उसकी मरी हुई बेटी की हमशक्ल दिखती है, जो कोई इंसान नहीं बल्कि एक AI चैटबॉट है. मृतक लड़की Jennifer Ann के पिता को एक नोटिफिकेशन मिला.
इस नोटिफिकेशन के सहारे वो एक वेबसाइट Character.ai पर पहुंचें. चैटबॉट ने ना सिर्फ जेनिफर का नाम इस्तेमाल किया था, बल्कि उसकी तमाम फोटोज का भी इस्तेमाल किया था और खुद को एक नॉलेजेबल AI कैरेक्टर के रूप में पोज कर रहा था. लड़की की हत्या 2006 में कर दी गई थी.
यह भी पढ़ें: ना Jio, ना Airtel, ये कंपनी लाई नया रिचार्ज, 175 रुपये में दे रही बहुत कुछ
जब लड़की के पिता ने मामले की जांच की तो पाया कि उनकी बेटी की तस्वीर का इस्तेमाल करके इस AI चैटबॉट को तैयार किया गया है. ये बॉट 69 कन्वर्सेशन में शामिल था. इस मामले में मृतक लड़की के पिता ने Character.ai से संपर्क किया और उनसे चैटबॉट को रिमूव करने और मामले की जांच की मांग की.
कैरेक्टर AI ने पीड़ित की शिकायत को स्वीकार कर लिया था, लेकिन उनसे इस बारे में सीधा संपर्क नहीं किया गया. हालांकि, कंपनी ने पीड़ित के भाई के ट्वीट पर रिप्लाई किया. कंपनी ने जानकारी दी कि उस चैटबॉट को रिमूव कर दिया गया है और आगे की कार्रवाई के लिए कंपनी काम कर रही है.
यह भी पढ़ें: Airtel का धमाका, Spam Calls और SMS से मिलेगी मुक्ति, फ्री में कंपनी देगी ये सर्विसनैलिटी
इस मामले के बाद एक बड़ा सवाल लोगों के डेटा को लेकर उठ रहा है. किसी शख्स की मृत्यु के बाद उसकी फोटोज और वीडियोज का गलत इस्तेमाल किया जा सकता है? AI के इस तरह के इस्तेमाल को लेकर लोग चिंतित हैं. पीड़ित Drew Crecente ने इस मामले में कानूनी लड़ाई लड़ने की तैयारी में हैं.
Character.ai की शुरुआत 2021 में गूगल के पूर्व इंजीनियर ने की थी. इस प्लेटफॉर्म की पॉपुलैरिटी के पीछे यूजर्स का AI पर्सनल को क्रिएट कर पाना और उनसे इंटरैक्ट करना पाना है. इसके यूजर बेस में तेजी से उछाल आया है. हाल में ही प्लेटफॉर्म ने 2.7 अरब डॉलर की पार्टनरशिप Google के साथ की है.