भारतीय टेबल टेनिस स्टार मनिका बत्रा (Manika Batra) ने नेशनल कोच सौम्यदीप रॉय के खिलाफ गंभीर आरोप लगाए हैं. बत्रा का आरोप है कि नेशनल कोच ने उनसे मार्च महीने में ओलंपिक क्वालिफायर मुकाबले को हारने (Match Fixing) के लिए कहा था. फिक्सिंग के आरोप के बाद टेबल टेनिस फेडरेशन ऑफ इंडिया (टीटीएफआई) ने कोच रॉय से जवाब मांगा है. बत्रा का दावा है कि रॉय ने उनसे होटल के कमरे में तकरीबन 20 मिनटों तक मैच फिक्सिंग करने को लेकर कहने के लिए मुलाकात की थी.
मनिका बत्रा ने दावा किया है कि मुकाबला हारने के लिए कहने के बाद ही उन्होंने टोक्यो ओलंपिक में कोच की मदद लेने से इनकार कर दिया था. टीटीएफआई ने बत्रा को शो-कॉज नोटिस दिया था, जिसके बाद स्टार टेनिस खिलाड़ी ने जवाब देते हुए सनसनीखेज आरोप लगाया है. नोटिस का जवाब देते हुए बत्रा ने उन आरोपों को खारिज कर दिया कि उन्होंने रॉय की मदद नहीं लेकर खेल भावना को बदनाम किया.
टीटीएफआई के सूत्रों के अनुसार, दुनिया की 56वें नंबर की खिलाड़ी ने कहा कि वह अपने मैच पर ध्यान केंद्रित नहीं कर पातीं अगर वह शख्स उनके साथ बैठता, जिसने उनसे मैच फिक्स करने के लिए कहा था. टीटीएफआई सेकरेट्री अरुण बनर्जी को भेजे गए जवाब में खेल रत्न विजेता खिलाड़ी ने कहा, ''आखिरी मिनट के हस्तक्षेप के कारण अशांति से बचने के अलावा, नेशनल कोच के बिना खेलने की मेरी प्राथमिकता के पीछे एक अतिरिक्त और बहुत अधिक गंभीर वजह थी.''
मार्च में मैच हारने के लिए कहा था: बत्रा
उन्होंने कहा, "नेशनल कोच ने मार्च 2021 में दोहा में क्वालीफिकेशन टूर्नामेंट के दौरान मुझ पर अपने छात्र को ओलंपिक के लिए क्वालीफाई करने में सक्षम बनाने के लिए मुझे अपना मैच हार जाने के लिए दबाव डाला था. संक्षेप में- मैच फिक्सिंग में शामिल होने के लिए यह दबाव था.'' टीटीएफआई सेकरेट्री बनर्जी ने मनिका बत्रा के आरोपों की पुष्टि की है. उन्होंने कहा कि मनिका बत्रा ने नेशनल कोच सौम्यदीप रॉय के खिलाफ आरोप लगाए हैं, जिस पर हमने कोच से उनका जवाब मांगा है. 'आजतक' से बात करते हुए बनर्जी ने कहा कि हमें उम्मीद है कि एक या फिर दो दिनों में सौम्यदीप का जवाब मिल जाएगा, जिसके अनुसार हम एक्शन लेंगे.
रॉय को नेशनल कैंप में आने के लिए किया गया मना
वहीं, कई बार कोशिश करने के बावजूद भी रॉय का जवाब नहीं मिल सका है. प्लेयर से कोच बने रॉय को नेशनल कैंप में भी शामिल नहीं होने के लिए कहा गया है और टीटीएफआई ने उनसे इस मामले में अपना पक्ष रखने की अपील की है. रॉय टीम इवेंट में कॉमनवेल्थ गेम्स के पूर्व स्वर्ण पदक विजेता और अर्जुन पुरस्कार विजेता भी हैं. रॉय की अकादमी में प्रशिक्षण लेने वालीं मनिका और सुतीर्थ मुखर्जी दोनों ने टोक्यो ओलंपिक के लिए क्वालीफाई किया था.
टीटी प्लेयर बोलीं- समय आने पर दूंगी सबूत
मनिका ने कहा, ''मेरे पास इस घटना के सबूत हैं और मैं इसे उचित समय पर सक्षम अधिकारियों के सामने पेश करने के लिए तैयार हूं. मुझे मैच हारने के लिए कहने के लिए नेशनल कोच व्यक्तिगत रूप से मुझसे मेरे होटल के कमरे में मिले और मुझसे लगभग 20 मिनट तक बात की.''उन्होंने कहा कि रॉय ने राष्ट्रहित के बहाने अनैतिक साधनों का इस्तेमाल करके अपने ही स्टूडेंट को बढ़ावा देने की कोशिश की.
(इनपुट: नितिन श्रीवास्तव)