Phoebe Litchfield IND vs AUS World cup 2025 Semi Final: महिला वर्ल्ड कप 2025 के सेमीफाइनल में ऑस्ट्रेलिया की फीबी लिचफील्ड (Phoebe Litchfield) ने अपनी बल्लेबाजी से रंग जमा दिया. एलिसा हीली के महज 15 रनों पर आउट होने के बाद उन्होंने भारत के खिलाफ जिम्मेदारी भरी पारी खेली.
फीबी ने 93 गेंदों पर 119 रनों की जानदार पारी खेली. फीबी ने अपनी पारी में 17 चौके और 3 छक्के जड़े. फीबी का यह भारत के खिलाफ वनडे में दूसरा और ओवरऑल तीसरा शतक रहा. 22 साल की फीबी की पारी का अंत दाएं हाथ की तेज भारतीय गेंदबाज अमनजोत कौर ने किया.
#AmanjotKaur gets the big wicket! ⚡#PhoebeLitchfield's terrific innings comes to an end. Will #TeamIndia turn the momentum in their favor from here on? 🎯#CWC25 Semi-Final 2 👉 IND v AUS 👉 LIVE NOW 👉 https://t.co/H6FmcwTyRj pic.twitter.com/UL5Xt6ZlmM
— Star Sports (@StarSportsIndia) October 30, 2025
वैसे फीबी ने अब तक 36 वनडे मुकाबलों में 1287 रन 41.51 के एवरेज से बनाए हें. उनका स्ट्राइक रेट 88.39 का है. वहीं भारत के खिलाफ तो इस फीबी का रिकॉर्ड और शानदार है. उन्होंने 9 वनडे मुकाबलों में 627 रन 69.66 के एवरेज से बनाए हैं. भारत के खिलाफ उनका स्ट्राइक रेट तो और भी जबरदस्त है, जो 96.61 है.
फीबी लिचफील्ड जब एक VIRAL वीडियो से बन गई थीं स्टार
क्रिकइंफो पर मौजूद जानकारी के मुताबिक- फीबी लिचफील्ड का 2019 के मध्य में न्यू साउथ वेल्स के लिए नेट्स में बल्लेबाजी करते हुए उनका एक वीडियो वायरल हुआ था, जब वह सिर्फ 16 साल की थीं. इस वीडियो से उनकी जिंदगी बदल गई. कुछ महीनों बाद ही उन्होंने सिडनी थंडर के लिए अपना WBBL डेब्यू किया.
उन्होंने 2022 के अंत में भारत के खिलाफ टी20 इंटरनेशनल में डेब्यू किया, और अगले ही साल पाकिस्तान के खिलाफ अपने पहले दो वनडे मैचों में लगातार दो नाबाद अर्धशतक लगाए. इसके बाद आयरलैंड के खिलाफ उन्होंने अपना पहला शतक जड़ा और 2023 के अंत में भारत दौरे पर एक और शतक बनाया. 2024 की WPL नीलामी में उन्हें गुजरात जायंट्स ने 1 करोड़ रुपये (लगभग 1,20,000 अमेरिकी डॉलर) में खरीदा.
लड़कों के के साथ क्रिकेट खेलती थी लिचफील्ड
न्यू साउथ वेल्स के ऑरेंज की रहने वाली लिचफील्ड को खेल की सर्वश्रेष्ठ फील्डरों में से एक माना जाता है. 14 साल की उम्र में ही वह लड़कों के क्रिकेट खेलती थीं. उन्होंने 2021 के एक इंटरव्यू में कहा था, इससे उनके करियर को बहुत फायदा हुआ क्योंकि इससे मुझे तेज गेंदबाजी का सामना करने और उस स्तर के खेल के अनुसार खुद को ढालने की क्षमता जल्दी मिल गई.