भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने रविवार को साउथ अफ्रीका को फाइनल में हराकर पहली बार वनडे वर्ल्ड कप का खिताब जीता. हरमनप्रीत कौर की कप्तानी में टीम इंडिया ने साउथ अफ्रीका को 52 रनों से हराया. इस महाजीत के बाद ट्रॉफी के साथ भारतीय खिलाड़ियों के जश्न की कई तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हैं. लेकिन क्या आपको पता है कि ये ट्रॉफी भारतीय टीम से वापस ले ली जाएगी? दरअसल, इसके पीछे आईसीसी का ये खास नियम है...
जानें क्या है आईसीसी का नियम
रिपोर्ट्स के मुताबिक, आईसीसी ने करीब 26 साल पहले एक नियम बनाया था, जिसके तहत टूर्नामेंट जीतने वाली टीम को ट्रॉफी सिर्फ फोटोशूट और विक्ट्री परेड के लिए दी जाती है. इसके बाद ट्रॉफी को वापस लेकर आईसीसी के दुबई हेडक्वार्टर में रख दिया जाता है. विजेता टीम को बाद में उसकी रेप्लिका ट्रॉफी दी जाती है, जो बिल्कुल असली जैसी होती है. इस नियम का मकसद ट्रॉफी को चोरी या नुकसान से बचाना है.
महिला वर्ल्ड कप 2025 ट्रॉफी की खासियत
महिला वर्ल्ड कप 2025 की ट्रॉफी का वजन करीब 11 किलो है और इसकी ऊंचाई लगभग 60 सेंटीमीटर है. इसे सोने और चांदी से बनाया गया है. ट्रॉफी के तीन चांदी के कॉलम स्टंप और बेल्स के आकार में हैं, जबकि इसका ऊपरी हिस्सा सोने का ग्लोब है. इस पर अब तक की सभी विजेता टीमों के नाम खुदे हुए हैं. इस बार भारत का नाम पहली बार इस ट्रॉफी में जुड़ा है.
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अब तक खेले गए 13 महिला वर्ल्ड कप टूर्नामेंट्स में ऑस्ट्रेलिया ने 7, इंग्लैंड ने 4, न्यूजीलैंड और भारत ने 1-1 बार खिताब जीता है.
भारत ने ऐसे रचा इतिहास
नवी मुंबई के डीवाई पाटिल स्टेडियम में खेले गए फाइनल मुकाबले में भारत ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 298 रन बनाए. जवाब में साउथ अफ्रीका की टीम 246 रन ही बना सकी. भारत की ओर से शेफाली वर्मा ने 87 रन की शानदार पारी खेली और 2 विकेट भी लिए, जिसके लिए उन्हें प्लेयर ऑफ द मैच चुना गया. वहीं, दीप्ति शर्मा ने भी कमाल दिखाते हुए 58 रन बनाए और 5 विकेट झटके.