भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच वनडे सीरीज का दूसरा मुकाबला गुरुवार (23 अक्टूबर) को एडिलेड ओवल में खेला गया है. इस मुकाबले में टॉस ऑस्ट्रेलियाई कप्तान मिचेल मार्श ने जीता और पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया. मार्श ने पहले वनडे में भी टॉस जीता था, यानी इस सीरीज में लगातार दोनों मैचों में सिक्का उनके पक्ष में गिरा.
भारतीय कैप्टन शुभमन गिल ने इस साल जो 9 मैचों में कप्तानी की है, उसमें वो सिर्फ एक बार टॉस जीत पाए हैं. इंग्लैंड दौरे पर उन्होंने पांचों टेस्ट मैच में टॉस गंवाया. फिर वेस्टइंडीज के खिलाफ अहमदाबाद टेस्ट मैच में शुभमन टॉस हारे. हालांकि दिल्ली टेस्ट मैच में शुभमन टॉस जीतने में जरूर कामयाब रहे. अब ऑस्ट्रेलिया दौरे पर वो दोनों मैचों में टॉस नहीं जीत पाए.
लेकिन इससे बड़ा आंकड़ा यह है कि भारत ने वनडे इंटरनेशनल में लगातार 17वीं बार टॉस गंवाया है. भारत ने आखिरी बार टॉस 15 नवंबर 2023 को जीता था, तब वनडे वर्ल्ड कप सेमीफाइनल में भारत का मुकाबला न्यूजीलैंड से हुआ था. उसके बाद भारत ने 19 नवंबर 2023 को वर्ल्ड कप फाइनल में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टॉस गंवाया, जहां से ये सिलसिला शुरू हुआ. सांख्यिकी के मुताबिक लगातार 17 बार टॉस हारने की संभावना सिर्फ 1/131072 होती है, यानी 0.00076 प्रतिशत.
भारत ने नीदरलैंड्स का तोड़ा था रिकॉर्ड
लगातार वनडे मैचों में सर्वाधिक बार टॉस हारने का रिकॉर्ड भारतीय टीम पहले ही बना चुकी थी. भारतीय टीम ने नीदरलैंड्स को पीछे छोड़ दिया, जिसने लगातार 11 वनडे मैचों में टॉस गंवए थे. भारत ने जो 17 टॉस गंवाए हैं, उनमें से 12 टॉस रोहित शर्मा की कप्तानी में 'मेन इन ब्लू' ने गंवाए. जबकि केएल राहुल की कप्तानी में 3 बार टॉस गंवाया.
वहीं शुभमन गिल वनडे इंटरनेशनल लगातार दो टॉस गंवा चुके हैं. रोहित शर्मा का बतौर कप्तान आखिरी ओडीआई मुकाबला आईसीसी चैम्पियंस ट्रॉफी 2025 में था, जहां उन्होंने टॉस हारने का विश्व रिकॉर्ड बराबर कर दिया था. बता दें कि ब्रायन लारा ने भी लागातार 12 वनडे मैचों में टॉस गंवाए थे.