भारत और साउथ अफ्रीका के बीच टेस्ट सीरीज का पहला मुकाबला शुक्रवार (14 नवंबर) से कोलकाता के ऐतिहासिक ईडन गार्डन्स में खेला जाना है. इस मैच में शुभमन गिल भारतीय टीम की अगुवाई करेंगे, जबकि टेम्बा बावुमा साउथ अफ्रीका की कप्तानी करेंगे. बावुमा की कप्तानी में ही साउथ अफ्रीका ने वर्ल्ड टेस्ट चैम्पियनशिप (WTC) 2023-25 का खिताबी मुकाबला जीता था.
ईडन गार्डन्स की पिच आमतौर पर बल्लेबाजों के अनुकूल मानी जाती है, लेकिन गेंदबाजों को भी खासा मदद मिलती है. साल 2017 में यहां की पिच में बदलाव किया गया, जिसके बाद कुछ समय के लिए ईडन गार्डन्स की सतह तेज गेंदबाजों के लिए स्वर्ग बन गई. हालांकि, अब धीरे-धीरे यहां की पिच स्पिन फ्रेंडली होने लगी है. मुकाबले में जैसे-जैसे खेल आगे बढ़ेगा, स्पिनर्स के लिए पिच और ज्यादा उपयोगी हो जाएगी. पहले 2 दिन के शुरुआती सत्रों में तेज गेंदबाजों को मदद मिलने की संभावना है. गेंद पुरानी होने पर फास्ट बॉलर्स के लिए रिवर्स स्विंग भी एक शानदार विकल्प रहेगा.
भारतीय टीम की असल ताकत उसकी गेंदबाजी यूनिट भी है. जसप्रीत बुमराह की सटीक लेंथ और अचूक यॉर्कर किसी भी बल्लेबाज की चुनौती बढ़ा सकती है. मोहम्मद सिराज को भी नई गेंद से मूवमेंट मिल सकता है और वो शुरुआती विकेट्स झटकने में माहिर हैं. वहीं आकाश दीप अपनी पेस और सीम मूवमेंट से असर डाल सकते हैं. आकाश दीप बंगाल के लिए ही रणजी खेलते हैं, ऐसे में उनके लिए ये घरेलू मैदान है. रवींद्र जडेजा, अक्षर पटेल, वॉशिंगटन सुंदर, कुलदीप यादव के रूप में भारत के पास बेहतरीन स्पिन विकल्प भी मौजूद हैं.
साउथ अफ्रीका की बॉलिंग भी धारदार
साउथ अफ्रीका की गेंदबाजी यूनिट भारत के लिए बड़ी चुनौती बन सकती है. कगिसो रबाडा नई और पुरानी दोनों गेंद से लगातार खतरनाक साबित होते हैं. वहीं मार्को जानसेन अपनी ऊंचाई और अतिरिक्त उछाल से बल्लेबाजों को परेशान कर सकते हैं. वियान मुल्डर और कॉर्बिन बॉश के रूप में भी साउथ अफ्रीकी टीम के पास पेस बॉलिंग विकल्प मौजूद हैं. वैसे गिल ब्रिगेड को केशव महाराज और सेनुरन मुथुसामी से सतर्क रहना होगा. ये दोनों खिलाड़ी भारतीय मूल के हैं और एशियाई परिस्थितियां से अच्छी तरह वाकिफ हैं. इन दोनों की फिरकी भारतीय बल्लेबाजों को परेशान कर सकती हैं.
केशव महाराज के पूर्वज उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर से ताल्लुक रखते थे. 1874 में महाराज के पूर्वज नौकरी की तलाश में साउथ अफ्रीका के डरबन शहर चले आए. मुथुसामी के परदादा और परदादी तमिलनाडु के वेल्लूर से साउथ अफ्रीका आए थे. साउथ अफ्रीकी टीम ने हाल ही में पाकिस्तान के खिलाफ दो मैचों की टेस्ट सीरीज खेली थी, जो 1-1 से बराबर रही थी. उस टेस्ट सीरीज में महाराज और मुथुसामी ने गेंद और बल्ले से शानदार प्रदर्शन किया था. साइमन हार्मर भी स्पिन फ्रेंडली पिचों पर अच्छा प्रदर्शन करते रहे हैं, जो मेहमान टीम के लिए प्लस पॉइंट हो सकता है.
शुभमन गिल की अगुवाई में युवा भारतीय टीम घरेलू परिस्थितियों में जीत की दावेदार मानी जा रही है, लेकिन विरोधी टीम को कम आंकना बड़ी भूल होगी. दोनों ही टीमों में ऐस गेंदबाज हैं जो किसी भी समय मैच की दिशा बदल सकते हैं. बल्लेबाजों का रोल तो महत्वपूर्ण होगा, मगर गेंदबाज इस मैच की दिशा पलट सकते हैं.
भारतीय टीम की संभावित प्लेइंग-11: केएल राहुल, यशस्वी जायसवाल, साई सुदर्शन, शुभमन गिल (कप्तान), ऋषभ पंत (विकेटकीपर), ध्रुव जुरेल, रवींद्र जडेजा, वॉशिंगटन सुंदर, कुलदीप यादव, मोहम्मद सिराज और जसप्रीत बुमराह.
साउथ अफ्रीका की संभावित प्लेइंग-11: एडेन मार्करम, रयान रिकेल्टन, टोनी डी जोरजी, टेम्बा बावुमा (कप्तान), ट्रिस्टन स्टब्स, काइल वेरेने (विकेटकीपर), सेनुरन मुथुसामी, साइमन हार्मर, मार्को जानसेन, केशव महाराज और कगिसो रबाडा.
भारत का फुल स्क्वॉड: शुभमन गिल (कप्तान), ऋषभ पंत (विकेटकीपर/उप-कप्तान), यशस्वी जायसवाल, केएल राहुल, साई सुदर्शन, रवींद्र जडेजा, वॉशिंगटन सुंदर, जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद सिराज, अक्षर पटेल, कुलदीप यादव, आकाश दीप, देवदत्त पडिक्कल, ध्रुव जुरेल.
साउथ अफ्रीका का स्क्वॉड: टेम्बा बावुमा (कप्तान), कॉर्बिन बॉश, डेवाल्ड ब्रेविस, टोनी डी जोरजी, जुबैर हमजा, साइमन हार्मर, मार्को जानसेन, केशव महाराज, एडेन मार्करम, वियान मुल्डर, सेनुरन मुथुसामी, कगिसो रबाडा, रयान रिकेल्टन, काइल वेरेने (विकेटकीपर) और ट्रिस्टन स्टब्स.