ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान ग्रेग चैपल का मानना है कि शुभमन गिल ने बल्ले से शानदार प्रदर्शन कर अपनी प्रतिभा दिखाई है और एक युवा कप्तान के रूप में क्षमता की झलक भी दी है. लेकिन अब असली परीक्षा शुरू होती है, क्योंकि भारत इंग्लैंड के खिलाफ पांच मैचों की टेस्ट सीरीज़ में 1-2 से पीछे चल रहा है. भारत तीसरा टेस्ट लॉर्ड्स में 22 रन से हार गया, जिससे सीरीज़ में वह 1-2 से पिछड़ गया. चौथा टेस्ट 23 जुलाई से मैनचेस्टर में खेला जाएगा.
चैपल ने ESPNcricinfo के लिए अपने कॉलम में लिखा, 'जैसे ही भारत इंग्लैंड के खिलाफ अंतिम दो टेस्ट के लिए तैयारी कर रहा है, 25 वर्षीय कप्तान शुभमन गिल पर अब सबकी नजरें टिकी हैं. उन्होंने बल्ले से तो शानदार खेल दिखाया है, लेकिन अब यह क्षण उनके टेस्ट कप्तान बनने की दिशा को तय करेगा. यह आसान माहौल नहीं है, लेकिन यहीं से उनकी असली कप्तानी की पहचान बनेगी.'
ग्रेग चैपल ने कहा कि गिल को अब यह तय करना होगा कि वह भारत को किस तरह की टीम बनाना चाहते हैं. उन्होंने कहा कि कप्तान ही टीम का टोन तय करता है. सिर्फ शब्दों से नहीं, बल्कि अपने एक्शन, उद्देश्य की स्पष्टता और मानकों के साथ. मैदान पर अनुशासन की मांग करना जरूरी है. भारत एक बार फिर खराब फील्डिंग वाली टीम नहीं बन सकता. बेहतरीन टीमें फील्डिंग में अव्वल होती हैं. वे आसान रन नहीं देते और कैच नहीं छोड़ते.
"टीम चुनो और उस पर टिके रहो"
चैपल ने कहा कि गिल को वो खिलाड़ी चुनने चाहिए जिन पर उन्हें भरोसा है और फिर उसी कोर ग्रुप के साथ आगे बढ़ना चाहिए. गिल और चयनकर्ताओं को एक स्पष्ट योजना बनानी चाहिए. हर खिलाड़ी को यह पता होना चाहिए कि उससे क्या अपेक्षित है और वह टीम में कहां फिट होता है.
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चैपल के अनुसार एक महान कप्तान को बेहतर संवादक (communicator) होना चाहिए. शुभमन गिल को यह गुण जल्दी अपनाना होगा. उन्होंने आगे लिखा, "बल्लेबाजों को सकारात्मक खेल खेलने और साझेदारियों में बल्लेबाज़ी करने को प्रेरित किया जाना चाहिए. अगर कोई बल्लेबाज शुरुआत करता है, तो उसे लंबी पारी खेलने की जिम्मेदारी लेनी चाहिए.