इंग्लैंड के खिलाफ लॉर्ड्स टेस्ट मैच में ऋषभ पंत इंजरी के बावजूद बल्लेबाजी करने उतरे. ऋषभ ने बल्ले से शानदार प्रदर्शन किया और भारत की पहली पारी में 8 चौके और दो छक्के की मदद से 74 रन बनाए. पंत ने अपनी इनिंग्स में 112 गेंदों का सामना किया. शुरुआत में पंत ने संभलकर बल्लेबाजी की और जैसे ही सेट हुए, ताबड़तोड़ शॉट्स लगाने शुरू कर दिए.
पंत ऐसे हुए रन आउट
ऐसा लग रहा था कि ऋषभ पंत मौजूदा सीरीज में तीसरी बार शतक जड़ने में कामयाब होंगे, लेकिन केएल राहुल के साथ हुई गलतफहमी की वजह से वो रन आउट हो गए. पंत का विकेट तीसरे दिन (12 जुलाई) के खेल में लंच से ठीक पहले गिरा. ऋषभ पंत विपक्षी कप्तान बेन स्टोक्स के सीधे थ्रो पर रन आउट हुए.
भारतीय पारी के 66वें ओवर में शोएब बशीर की तीसरी गेंद को ऋषभ पंत ने ऑफ साइड की ओर डिफेंड किया. नॉन स्ट्राइकर एंड पर मौजूद केएल राहुल स्ट्राइकर-एंड पर पहुंचना चाहते थे. राहुल शतक से दूर रन दूर थे और लंच से पहले शतक पूरा करना चाहते थे. केएल राहुल तेजी से रन लेने के दौड़े. उन्होंने पंत को कॉल किया, लेकिन पंत ने थोड़ा लेट दौड़ना शुरू किया.
देखा जाए तो वहां पर बिल्कुल भी एक रन नहीं था. इसी मौके का फायदा उठाया इंग्लिश कप्तान बेन स्टोक्स ने उठाया. कवर रीजन की तरफ मौजूद बेन स्टोक्स ने एक ही मूवमेंट में गेंद को उठाया और सीधा बॉलर एंड पर थ्रो मारा. थ्रो इतना सटीक था और ऋषभ पंत क्रीज से दूर पाए गए.
ऋषभ पंत और केएल राहुल के बीच चौथे विकेट के लिए 198 बॉल पर 141 रनों की साझेदारी हुई. पंत को इंग्लैंड की पहली पारी के दौरान जसप्रीत बुमराह की गेंद पर चोट लगी थी. बुमराह की गेंद को कलेक्ट करने की कोशिश में पंत अपने बाएं हाथ की तर्जनी उंगली चोटिल करवा बैठे थे. इसके चलते पंत को मैदान छोड़कर बाहर जाना पड़ा. पंत की अनुपस्थिति में ध्रुव जुरेल ने विकेटकीपिंग की जिम्मेदारी संभाली थी.