धर्म ग्रंथों के अनुसार पीपल वृक्ष में सभी देवी-देवताओं और हमारे पितरों का वास भी माना गया है. भगवान श्रीकृष्ण ने भी गीता में कहा है कि वृक्षों में मैं पीपल हूं. कहते है पीपल से बड़ा मित्र कोई भी नहीं है, जब आपके सभी रास्ते बंद हो जाएं, आप चारो ओर से अपने को परेशानियों से घिरा हुआ समझें, आपकी परछांई भी आपका साथ ना दें, हर काम बिगड़ रहे हो तो आप पीपल के शरण में चले जाएं, उनकी पूजा अर्चना करें, उनसे मदद की याचना करें. आपके नि:संदेह कुछ ही समय में घोर से घोर कष्ट दूर जो जाएंगे. पीपल में प्रतिदिन जल अर्पित करने से कुंडली के समस्त अशुभ ग्रह योगों का प्रभाव समाप्त हो जाता है. पीपल की परिक्रमा से कालसर्प जैसे ग्रह योग के बुरे प्रभावों से भी छुटकारा मिल जाता है. आज ज्योतिषी प्रवीण मिश्र आपको बताएंगे पीपल से जुड़े चमत्कारी. उपाय साथ ही आज का उपाय में जानिए कि धन प्राप्ति के लिए क्या करना होगा.