हिंदू धर्म में तुलसी के पौधे का अत्यंत विशेष स्थान है. इसे केवल एक पौधा नहीं, बल्कि देवी तुलसी का रूप माना गया है. तुलसी को भगवान विष्णु की प्रिया कहा जाता है, इसलिए लगभग हर हिंदू घर में तुलसी का पौधा लगाया जाता है और उसकी नियमित पूजा की जाती है. माना जाता है कि जहां तुलसी होती है, वहां पवित्रता, सकारात्मक ऊर्जा और सुख-समृद्धि का वास होता है. लेकिन अक्सर ऐसा होता है कि तुलसी के पौधे के सूख जाने पर कई लोग अनजाने में उसे फेंक देते हैं. जबकि शास्त्रों के अनुसार, ऐसा करना अशुभ माना गया है. सूखी तुलसी को कभी भी अनादर से नहीं फेंकना चाहिए. तो सवाल उठता है जब तुलसी सूख जाए, तो क्या करें? आइए जानते हैं कुछ धार्मिक और सरल उपाय, जिनसे आप देवी तुलसी का सम्मान भी कर सकते हैं और मां लक्ष्मी की कृपा भी पा सकते हैं.
हवन या पूजा में उपयोग करें
सूखी तुलसी की टहनियों या पत्तियों को आप हवन सामग्री में शामिल कर सकते हैं. जब यह जलती है, तो इसकी खुशबू वातावरण में सकारात्मक ऊर्जा फैलाती है और नकारात्मकता को दूर करती है. तुलसी की महक घर में पवित्रता और शांति बढ़ती है.
तुलसी की लकड़ी को चंदन की तरह इस्तेमाल करें
सूखी तुलसी की डंडी को बारीक घिसकर चंदन की तरह पूजा में लेप या तिलक के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है. यह आध्यात्मिक शुद्धता का प्रतीक है और इससे मन में भक्ति और एकाग्रता बढ़ती है.
तुलसी को पवित्र स्थान पर विसर्जित करें
यदि पौधा पूरी तरह सूख चुका है, तो उसे किसी पवित्र नदी, सरोवर में विसर्जित कर दें. तुलसी के सूखे पौधे को कूड़े में फेंकना वर्जित माना गया है.
सूखी तुलसी की माला बनाएं
सूखी तुलसी की टहनियों से आप एक तुलसी की माला बना सकते हैं, जिसे भगवान विष्णु या कृष्णजी की पूजा में इस्तेमाल किया जाता है. यह माला सात्विक ऊर्जा का संचार करती है और मन को शांति देती है.
तुलसी के पास दीपक जलाएं
भले ही पौधा सूख गया हो, लेकिन उस स्थान पर प्रतिदिन दीपक जलाना और जल अर्पित करना शुभ माना गया है. इससे घर में लक्ष्मी का वास बना रहता है.