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राजस्थान विधानसभा में हंगामा, मार्शल से भिड़े कांग्रेस MLA, महिला विधायक की टूटी चूड़ियां 

राजस्थान विधानसभा भवन में हंगामा आज जमकर हंगामा हुआ. इसके बाद कांग्रेसी विधायक नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली के साथ सदन में धरने पर बैठ गए. उन्होंने कहा कि नियमों के तहत हमें जो अधिकार प्राप्त हैं, हम उसी के तहत हम अपनी बातें रख रहे हैं. जो चीज गलत होगी हम उसका विरोध करेंगे.

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टूटी हुई चूड़ी दिखातीं महिला विधायक.
टूटी हुई चूड़ी दिखातीं महिला विधायक.

राजस्थान विधानसभा में सोमवार को जमकर हंगामा हुआ. स्पीकर ने निलंबित कांग्रेस विधायक मुकेश भाकर को सदन से बाहर करने के लिए मार्शल को बुला लिया. मार्शलों ने मुकेश भाकर से सदन से बाहर निकालने की कोशिश की तो कांग्रेस विधायक उनसे भड़ गए. इस दौरान धक्का-मुक्की में कांग्रेस के वरिष्ठ विधायक हरिमोहन शर्मा गिर गए. पूरे घटनाक्रम के बाद नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली के नेतृत्व में विपक्षी विधायक सदन में धरने पर बैठ गए हैं. विपक्षी सदस्यों की मांग है कि कांग्रेस विधायक भाकर का निलंबन को बहाल किया जाए. 

हंगामे के बीच सदन में धरने पर बैठे कांग्रेसी महिला विधायकों ने कहा कि मार्शल के साथ धक्का-मुक्की में उनको चोट लगी है. महिला विधायकों ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि मुझे मारा गया है.मेरा पकड़ा, मेरे भी काफी सारी चोट आई हैं. मेरे साथ काफी धक्का-मुक्की की गई है. हमारे और विधायक भी गिर गए थे. मैं स्पीकर सर से कहूंगी कि जब महिलाएं सदन में ही सुरक्षित नहीं हैं तो बाहर कैसे सुरक्षित रहेंगी. इस दौरान उन्होंने अपने हाथ में एक टूटी हुई चूड़ी भी पकड़ी हुई थी.

नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने इस मामले पर बयान जारी कर कहा कि हम लोग रात भर सदन में धरने पर बैठे रहेंगे. हमारे विधायक मुकेश भाकर को गलत तरीके से निलंबित किया गया है. हमारी महिला विधायकों के साथ धक्का-मुक्की और छेड़छाड़ हुई है.

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'सरकार के सामने है संवैधानिक संकट'

उन्होंने यह भी कहा कि सरकार से सामने संवैधानिक संकट है. सरकार ने पीपी और एपीपी की नियुक्ति पुराने कानून यानी सीआरपीसी के तहत की थी. और अब सीआरपीसी की जगह नए आपराधिक कानून लागू हो चुके हैं. इसलिए ये नियुक्ति शून्य हो गई हैं. हम सरकार से यही मांग की थी कि इस पर सरकार जवाब दे, लेकिन सरकार इस पर जवाब नहीं देना चाहती. 

'जो गलत होगा उसका करेंगे विरोध'

उन्होंने आगे कहा कि सत्ता पक्ष के लोग हमारे विधायकों को उकसाते हैं, जिससे सदन में हंगामा हो जाता है. नियमों के तहत हमें जो अधिकार प्राप्त हैं, हम उसी के तहत हम अपनी बातें रख रहे हैं. जो चीज गलत होगी हम उसका विरोध करेंगे. हमारे सदस्य मुकेश भाकर को बाहर निकाला गया है जो निंदनीय है. जब मैं बोल रहा था तो सत्ता पक्ष के सदस्य दूसरी तरफ से बोल रहे थे तो हमारे विधायक ने उन्हें बैठने के लिए बोला था. ऐसे में हमारे विधायक पर जो कार्रवाई हुई है वह गलत है. सदन में कानून और नियमों की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं.

इसके इतर सदन में बोलते हुए चंद कृपलानी नेता प्रतिपक्ष जूली आपका कहना नहीं मान रहे हैं. हम कहते हैं कि डोटासरा को नेता प्रतिपक्ष बनाए जाने की मांग कर रहे हैं. हम पार्टी अध्यर मल्लिकार्जुन खड़गे और राहुल गांधी से डोटासरा को नेता प्रतिपक्ष बनाने की मांग करते हैं.

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