Rajasthan News: जयपुर पुलिस ने उस सनसनीखेज ब्लाइंड मर्डर केस का खुलासा कर दिया है, जिसने पूरे इलाके में सनसनी फैला दी थी. इस मर्डर में शक, प्यार और धोखे का ऐसा ताना-बाना बुना गया, जो किसी क्राइम वेब सीरीज की कहानी से कम नहीं लग रहा. हत्या की साजिश रचने वाली कोई और नहीं, बल्कि मृतक की पत्नी ही निकली. पुलिस जांच में खुलासा हुआ कि संतोष देवी ने अपने बॉयफ्रेंड ऋषि श्रीवास्तव और दोस्त मोहित शर्मा के साथ मिलकर पति की हत्या का खौफनाक प्लान बनाया. प्लानिंग इतनी फिल्मी थी कि इसे अंजाम देने के लिए आरोपियों ने क्राइम वेब सीरीज देखी और गूगल पर हत्या करने के तरीके समेत बचने के उपाय तक सर्च किए.
पुलिस के मुताबिक, पत्नी संतोष देवी ने कई दिनों से पति मनोज रैगर को रास्ते से हटाने की ठानी हुई थी. वारदात वाले दिन आरोपी महिला के दोस्तों ने प्लानिंग के तहत उसके पति मनोज का ई-रिक्शा किराए पर लिया. इसके बाद मंदिर जाने का झांसा देकर मोहित और ऋषि ने धारदार ब्लेड से मनोज की हत्या कर दी. हत्या के बाद आरोपी फरार हो गए, लेकिन पुलिस की तेज़ी से की गई जांच ने पूरे राज का पर्दाफाश कर दिया.
शुरुआत में यह मामला ब्लाइंड मर्डर लग रहा था, लेकिन CCTV फुटेज, कॉल डिटेल्स और संदिग्धों की गतिविधियों पर नजर डालते ही मुहाना थानाधिकारी गुरु भूपेंद्र सिंह की सूझबूझ ने सच सामने ला दिया. पुलिस ने पत्नी संतोष देवी, उसके बॉयफ्रेंड ऋषि श्रीवास्तव और मोहित शर्मा तीनों को गिरफ्तार कर लिया है.
पुलिस उपायुक्त जयपुर दक्षिण राजर्षि राज वर्मा ने बताया कि बीते 16 अगस्त को मुहाना थाना इलाके के सुमेर नगर फुटबाल ग्राउंड के पास रोड के किनारे एक शख्स की डेड बॉडी खून से लथपथ मिली थी. बॉडी की शिनाख्त मनोज कुमार रैगर के रूप में हुई. इसके बाद मृतक के परिजनों को मौके पर बुलाया और एसएसएल टीम व एमओबी टीम ने जांच पड़ताल की.
इसके बाद आसपास के सीसीटीवी कैमरे चेक किए, जिसमें ई-रिक्शा में मृतक के अलावा साथ ही एक व्यक्ति और बैठा नजर आया. जिससे अंदेशा लगााया कि मुल्जिम या तो मृतक मनोज के परिचित है या सवारी बनकर आया है. इसके बाद मृतक की पत्नी संतोष और उसके दोस्त ऋषि श्रीवास्तव व मोहित शर्मा से कड़ी पूछताछ हुई तो उन्होंने अपना जुर्म कबूल कर लिया.
पुलिस पुछताछ में मृतक की पत्नी आरोपी संतोष ने बताया कि उसका पति मनोज शराब पीकर मारपीट करता था और उस पर शक करता था, जिस पर मनोज को रास्ते से हटाने के लिए अपने दोस्त ऋषि को बताया.
आरोपी ऋषि ने बताया कि हमने सारी प्लानिंग वेब सीरीज और CID के एपिसोड देखकर पुलिस की कार्यशैली को समझा. फिर पूर्व के कई चर्चित मर्डर की गूगल पर स्टोरी देखी, जिससे हमने मारने के 20 दिन पहले नया नंबर लेकर संतोष को दिया. जिसका मोबाइल नंबर किसी को पता नहीं हो और उस SIM से किसी से बात नहीं करती थी.
आरोपी ने बताया कि नई सिम व नया मोबाइल से हम सिर्फ आपस में तीनों ही बात करते थे. इसी प्लानिंग को अंजाम देने के लिए आरोपी मोहित ने जन्माष्टमी की शाम मनोज का ई-रिक्शा इस्कॉन मंदिर दर्शन के लिए जाने के लिए किराए पर किया और रास्ते से एक महिला मित्र को भी बैठाने का बोला. मोहित मालपुरा गेट कोहिनूर सिनेमा के पास से होते हुए रिक्शा चालक मनोज को सुमेर नगर सुनसान जगह ले आया. जहां पर पहले से खड़े ऋषि ने मोहित के साथ मिलकर मनोज रैगर की धारदार हथियार से गला काटकर हत्या कर दी.
वारदात को अंजाम देने के बाद ऋषि और मोहित पैदल मौके से निकले और बाजार जाकर दोनों ने नए कपड़े खरीदे और फिर अपने-अपने घर चले गए. लेकिन कुछ ही घंटों बाद पुलिस आ धमकी, जिसने अब पूरे हत्याकांड का पर्दाफाश कर दिया.