विश्व की सबसे प्राचीनतम पर्वतमालाओं में शुमार आरावली की गोद में बसा माउंटआबू अपने पर्यटन के साथ ही पौराणिक, धार्मिक और आध्यात्मिक महत्व के लिए दुनिया भर में मशहूर है. यहां दुनियाभर से सैलानी आते हैं. लेकिन इनमें से कुछ योग और अध्यात्म के जरिए मन शांति के लिए सात समंदर पार से आते हैं.
महाशिवरात्रि के मौके पर ऐसे ही कुछ विदेशी मेहमान वियतनाम, जापान, रूस, युक्रेन,ऑस्ट्रेलिया और यूके से योग और अध्यात्म के माध्यम से आंतरिक शांति के लिए के लिए ब्रम्ह्कुमारी आश्रम में ध्यान योग के अभ्यास के लिए पहुचे हैं. यहां आकर इन्होंने शिव भक्ति में लीन हो गए.
विदेशी मेहमानों ने की भगवान शिव की पूजा
ब्रहम्कुमारी आश्रम पहुंचकर विदेशी मेहमानों ने योग साधना के साथ भगवान शिव की आराधना की. शिवलिंग के चारों ओर बैठकर ओम के मंत्रोच्चार के साथ ही पुष्प अर्पित किए. महादेव को खुश करने के लिए उनकी विधि विधान से पूजा की जाती है.
विदेशी मेहमानों ने किया ऊं का जाप
महाशिवरात्रि का त्योहार हिंदुओं के सबसे बड़े पर्वों में से एक है. जो हर साल फाल्गुन कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी को मनाया जाता है. इस दिन भगवान शिव और माता पार्वती का विवाह हुआ था. साथ ही इसी दिन भगवान शिव पहली बार शिवलिंग के रूप में प्रकट हुए थे.